मां को चाचा के साथ आपत्तिजनक हालत में देखने पर कर दी बेटे की हत्या
Rajasthan Crime News: राजस्थान पुलिस ने 8 वर्षीय बेटे की हत्या करने के आरोप में महिला और उसके देवर को गिरफ्तार किया है...
Rajasthan Crime News: राजस्थान पुलिस ने 8 वर्षीय बेटे की हत्या करने के आरोप में महिला और उसके देवर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि साल 2021 में बेटे ने मां को अपने चाचा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। जिसके बाद उन्होंने उसकी हत्या कर दी थी।
15 फरवरी 2021 को पीड़ित गोलू के पिता ज्ञान सिंह ने भरतपुर के एक पुलिस स्टेशन में अपने बेटे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने गोलू की काफी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चल सका।
पुलिस ने 18 फरवरी 2021 को डॉग स्क्वायड के साथ ज्ञान सिंह के घर का दोबारा दौरा किया, जो लाखन सिंह नाम के व्यक्ति के घर के पास एक खेत में रुका। खेत में काफी खोजबीन करने पर वहां एक बच्चे का जूता मिला। हालांकि, जूता गोलू का नहीं था, इसलिए पुलिस को शक हुआ और उसने खेत में खुदाई शुरू कराई। जहां से बच्चे का शव बरामद हुआ।
हालांकि, शव मिलने के बाद भी पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर सकी। ज्ञान सिंह ने बाद में राजस्थान हाईकोर्ट में एक रिट याचिका दायर की। कोर्ट ने आरपीएस स्तर के अधिकारी द्वारा नए सिरे से जांच का आदेश दिया।
पुलिस ने जब ज्ञान सिंह के परिजनों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों से विस्तार से बात की तो गोलू की मां हेमलता और उसके देवर कृष्णकांत के बीच प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया। इसके बाद पुलिस ने हेमलता और कृष्णकांत को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दोनों को अलग-अलग और आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। गहन पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया। तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला छात्र गोलू तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उनके पिता ज्ञान सिंह एक पेट्रोल पंप पर काम करते थे, जबकि कृष्णकांत बेरोजगार था।
एक रात जब ज्ञान सिंह ड्यूटी पर बाहर गए हुए थे तब कृष्णकांत घर पर ही रुक गया। उस रात गोलू उठा और उसने हेमलता और कृष्णकांत को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। पोल खुलने के डर से उन्होंने गोलू की गला दबाकर हत्या कर दी।
गोलू की हत्या करने के बाद हेमलता और कृष्णकांत ने उसके शव को घर के पास एक खेत में दफना दिया। सुबह जब ज्ञान सिंह घर लौटा तो हेमलता और कृष्णकांत ने उसे बताया कि गोलू गायब है। उन्होंने गोलू को पूरे गांव में ढूंढने का नाटक भी किया था।