बड़ी खबर: PM मोदी के 1300+ तोहफों की ई-नीलामी, गंगा सफाई के लिए लगेगा पैसा; जानें सबसे महंगा और सस्ता गिफ्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले 1300 उपहारों की ऑनलाइन नीलामी 17 सितंबर से शुरू होगी और 2 अक्टूबर तक चलेगी।

E-auction of PM Modi’s gifts (NPG file photo)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले खास तोहफों की सातवीं ई-नीलामी शुरू हो चुकी है। यह नीलामी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। इस बार 1300 से भी ज़्यादा तोहफे ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिन पर लोग बोली लगा सकते हैं। इन तोहफों को देखने और बोली लगाने के लिए आप www.pmmementos.gov.in वेबसाइट पर जा सकते हैं।
क्यों हो रही है यह नीलामी?
यह नीलामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अनोखी पहल है। वह देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अपने सभी स्मृति चिन्हों को जन कल्याण के लिए समर्पित कर दिया है। इन नीलामियों से जो भी पैसा मिलता है, उसे गंगा की सफाई और अन्य जनकल्याण योजनाओं पर खर्च किया जाता है। अब तक इन नीलामियों से 50 करोड़ रुपये से भी ज़्यादा की राशि इकट्ठा की जा चुकी है, जो एक बहुत बड़ा कदम है।
कौन से तोहफे हैं खास?
इस बार की नीलामी में कई तरह के तोहफे शामिल हैं, जिनमें पेंटिंग्स, मूर्तियां, देवी-देवताओं की प्रतिमाएं, कलाकृतियां और खेल से जुड़ी सामग्री भी हैं। ये सभी तोहफे नई दिल्ली के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (NGMA) में रखे गए हैं, ताकि लोग उन्हें लाइव देख सकें।
अगर आप सबसे महंगे तोहफों की बात करें, तो इस बार सबसे महंगी चीज़ एक भवानी माता की मूर्ति है, जिसकी शुरुआती कीमत ₹10,39,500 रखी गई है। इसके अलावा, पैरालंपिक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के जूते भी इस नीलामी का हिस्सा हैं, जिनकी कीमत लाखों में है:
1. पैरालंपिक मेडल विजेता अजीत सिंह के जूते: ₹7,70,000
2. पैरालंपिक मेडल विजेता सिमरन शर्मा के जूते: ₹7,70,000
3. पैरालंपिक मेडल विजेता निशाद कुमार के जूते: ₹7,70,000
4. इन सबके अलावा, राम मंदिर का एक मॉडल भी है, जिसकी कीमत ₹5,50,000 है।
आम जनता के लिए भी तोहफे
ऐसा नहीं है कि इस नीलामी में सिर्फ लाखों के तोहफे ही हैं। बहुत से ऐसे तोहफे भी हैं, जिनकी कीमत बहुत कम है, ताकि कोई भी इसमें हिस्सा ले सके। इस बार का सबसे सस्ता तोहफा एक लाल चुनरी है, जिसकी कीमत सिर्फ ₹600 है। इसके अलावा कुछ और कम दाम के तोहफे भी शामिल हैं:
1. कमल चिन्ह वाला भगवा अंगवस्त्र: ₹800
2. नारंगी कढ़ाई वाला अंगवस्त्र: ₹900
कब और कहाँ हुई थी पहली नीलामी?
प्रधानमंत्री को मिले तोहफों की पहली नीलामी जनवरी 2019 में हुई थी। तब से अब तक हज़ारों तोहफों की नीलामी हो चुकी है और हर बार लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इन नीलामियों का मकसद सिर्फ पैसे इकट्ठा करना नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री को मिले तोहफों को आम जनता तक पहुंचाना भी है।
