B S Yediyurappa POCSO Case: BJP नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ POCSO मामले में गिरफ्तारी वारंट, पूर्व मुख्यमंत्री का जेल जाना तय
B S Yediyurappa POCSO Case: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ एक गंभीर मामला सामने आया है। बेंगलुरु की एक अदालत ने उनके खिलाफ पॉक्सो (POCSO) मामले में गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
B S Yediyurappa POCSO Case: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ एक गंभीर मामला सामने आया है। बेंगलुरु की एक अदालत ने उनके खिलाफ पॉक्सो (POCSO) मामले में गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। यह मामला 17 वर्षीय लड़की के साथ छेड़छाड़ से संबंधित है, जिसके तहत कर्नाटक की सीआईडी जांच कर रही है।
क्या है मामला?
17 वर्षीय लड़की की मां की शिकायत पर येदियुरप्पा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि फरवरी में कर्नाटक में अपने आवास पर एक बैठक के दौरान येदियुरप्पा ने लड़की का यौन उत्पीड़न किया था। यह शिकायत लड़की की 54 वर्षीय मां ने दर्ज कराई थी, जो पिछले महीने फेफड़ों के कैंसर के कारण निधन हो गई।
गैर-जमानती वारंट जारी
बेंगलुरु की अदालत ने येदियुरप्पा के खिलाफ POCSO अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 A (यौन उत्पीड़न) के तहत गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट तब जारी किया गया जब येदियुरप्पा सीआईडी के सामने पेश नहीं हुए।
सीआईडी के सामने पेश नहीं हुए येदियुरप्पा
सीआईडी ने येदियुरप्पा को 12 जून को इस मामले में पेश होने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में हैं और 17 जून को पेश होंगे। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है।
गृह मंत्री का बयान
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने पहले ही दिन में कहा था कि सीआईडी ने येदियुरप्पा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है और अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। यह बयान येदियुरप्पा की गिरफ्तारी की संभावना को और बढ़ाता है।
येदियुरप्पा का इनकार
बीएस येदियुरप्पा ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वे कानूनी रूप से इस केस का सामना करेंगे। उन्होंने सीआईडी के समक्ष पेश होने का वादा किया है, लेकिन कोर्ट का वारंट जारी होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।
बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ यह मामला राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। अब यह देखना होगा कि आगे की कानूनी प्रक्रियाओं में क्या होता है और येदियुरप्पा कैसे इस मामले का सामना करते हैं। उनके खिलाफ लगे गंभीर आरोप और अदालत के आदेश से उनकी राजनीतिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।