एटीएम मशीन में कैश सप्लाई कंपनी के दफ्तर में बीती रात पड़ा डाका, कंपनी की ही गाड़ी में 7 करोड़ रुपये कैश ले गए आरोपी,
लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में एटीएम मशीन में कैश सप्लाई करने वाली कंपनी से बीती रात बड़ी लूट हो गई है। कंपनी के दफ्तर में घुसकर 7 करोड़ रुपये का कैश लुटेरे ले उड़े हैं। साथ ही लुटेरों ने भागते समय सीसीटीवी की डीवीआर भी अपने साथ ले गए हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
लुधियाना के राजगुरूनगर के पास स्थित जानी मानी कैश ट्रांसफर कंपनी ( कैश मैनेजमेंट फर्म) सीएमएस कंपनी का दफ्तर है। कंपनी का मूल काम बैंकों के द्वारा लगाए गए एटीएम में कैश रकम ले जाकर जमा करना होता है। कंपनी के दफ्तर में बड़ी मात्रा में मोटी रकम रखी रहती है। बीती रात 1:30 से 2 के बीच कंपनी के दफ्तर पहुंचे दो डकैतों ने पीछे के रास्ते से अंदर जाकर दरवाजा खोला। जिसके बाद अन्य डकैत भी दफ्तर के अंदर घुस गए। इसके बाद दो गार्ड व तीन कर्मचारियों को बंधक बनाकर उन्होंने कैश रकम लूट ली। मिली जानकारी के मुताबिक इसमें कंपनी के कर्मचारियों की भी लापरवाही थी। कंपनी दफ्तर में बने चेस्ट में रकम रखी जाती है पर कल कलेक्शन की रकम चेस्ट के बाहर कमरे में बक्सों में रखी हुई थी, जिन बक्सों को डकैत ले उड़े।
सुबह करीबन 7 बजे बंधक कर्मचारियों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा और पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू की। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिद्धू के मुताबिक लुटेरे लगभग 10 थे। साथ ही उनमें एक महिला के होने की भी संभावना है। रात 1:30 बजे की घटना पुलिस को सुबह 7:00 बजे पता लगी तब तक के लुटेरे आसानी से फरार हो गए थे। लुटेरे कंपनी की जिस वैन से फरार हुए थे वह वैन फिरोजपुर रोड स्थित गांव पंडोरी के पास मिली है। लुधियाना से फिरोजपुर की ओर जाने के क्रम में गांव पंडोरी के पास लुटेरों ने बैंक को हाईवे पर उतारा और उसे छोड़कर फरार हो गए। वेन में तीन 12 बोर की बंदूक के भी मिली है लेकिन उसमें कारतूस नहीं था। सूचना मिलते ही एसएसपी डीएसपी समेत लुधियाना इंचार्ज मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के हेड क्वार्टर ने पहले ही आगाह किया था कि यह जगह मोटी रकम रखने के लिए सुरक्षित नहीं है। इस दफ्तर में 300 कर्मचारी कार्य करते हैं वही कैश ट्रांसफर करने के लिए 35 गाड़ियां इस दफ्तर में है। जिनमें से एक में लुटेरे रकम लेकर भागे थे। लुटेरों ने लूट के समय सेंसर की तार काट दी थी वही भागते समय सीसीटीवी की ड़ीवीआर भी अपने साथ ले गए हैं। पुलिस को अंदेशा है कि लूट में कोई पुराना कर्मचारी ही शामिल हो सकता है जिसे पूरे दफ्तर के सिस्टम की जानकारी थी।