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ATM in Train: सफर में कैश की टेंशन खत्म! ट्रेन में लगेगा ATM, जानें कहां शुरू हुई सुविधा

ATM in Train: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। अब आप चलती ट्रेन में ही ATM से पैसे निकाल सकेंगे! जी हां, सेंट्रल रेलवे ने मनमाड जंक्शन से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई तक चलने वाली पंचवटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12109/12110) में पहली बार ATM मशीन लगाई है।

ATM in Train: सफर में कैश की टेंशन खत्म! ट्रेन में लगेगा ATM, जानें कहां शुरू हुई सुविधा
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By Ragib Asim

ATM in Train: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। अब आप चलती ट्रेन में ही ATM से पैसे निकाल सकेंगे! जी हां, सेंट्रल रेलवे ने मनमाड जंक्शन से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई तक चलने वाली पंचवटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12109/12110) में पहली बार ATM मशीन लगाई है। यह सुविधा फिलहाल ट्रायल मोड में शुरू की गई है, और अगर यह सफल रही, तो जल्द ही अन्य ट्रेनों में भी ATM देखने को मिल सकता है।

पंचवटी एक्सप्रेस में ATM की खासियत

सेंट्रल रेलवे ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सहयोग से पंचवटी एक्सप्रेस के एक एयर-कंडीशन्ड चेयर कार कोच में ATM स्थापित किया है। यह ATM कोच के पिछले हिस्से में एक छोटे से क्यूबिकल में लगाया गया है, जो पहले अस्थायी पेंट्री के रूप में इस्तेमाल होता था। ट्रेन के चलने के दौरान सुरक्षा और सुविधा के लिए क्यूबिकल में शटर डोर लगाया गया है। इस कोच को मनमाड रेलवे वर्कशॉप में जरूरी इलेक्ट्रिकल और स्ट्रक्चरल बदलावों के साथ तैयार किया गया है।

पंचवटी एक्सप्रेस रोजाना मुंबई के CSMT से शाम 6:15 बजे रवाना होती है और 4 घंटे 35 मिनट में 258 किलोमीटर की दूरी तय कर रात 10:50 बजे मनमाड जंक्शन पहुंचती है। वापसी में, ट्रेन (12110) सुबह 6:02 बजे मनमाड से चलकर 10:45 बजे CSMT पहुंचती है। इस रूट की लोकप्रियता और सुविधाजनक समय के कारण यह ट्रेन यात्रियों के बीच खासा पसंद की जाती है।

क्यों जरूरी है ट्रेन में ATM?

लंबी दूरी की यात्रा के दौरान कई बार यात्रियों को अचानक नकदी की जरूरत पड़ती है। स्टेशनों पर रुकने का समय कम होने या ATM की अनुपलब्धता के कारण कैश निकालना मुश्किल हो जाता है। खासकर उन यात्रियों के लिए जो ऑनलाइन पेमेंट पर निर्भर नहीं हैं या जिनके पास पर्याप्त कैश नहीं होता, यह सुविधा वरदान साबित होगी। इसके अलावा, ज्यादा कैश लेकर चलने से चोरी या जेबकतरे का डर रहता है। ऑनबोर्ड ATM इस समस्या का समाधान करेगा, जिससे यात्रा सुरक्षित और आरामदायक होगी।

ट्रायल का मकसद और भविष्य की योजना

रेलवे अधिकारी इस ट्रायल के जरिए यह जांच कर रहे हैं कि क्या चलती ट्रेन में ATM सुचारू रूप से काम कर सकता है। नेटवर्क कनेक्टिविटी, सिक्योरिटी, प्राइवेसी, और यात्रियों की सुविधा जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर डॉ. स्वप्निल नीला ने कहा, “यह एक अनोखी पहल है, और हमें उम्मीद है कि यह यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होगी।” अगर यह प्रयोग सफल रहा, तो रेलवे इसे लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में भी लागू करने की योजना बना रहा है।

यात्रियों की प्रतिक्रिया

इस पहल को लेकर यात्रियों और सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूजर ने X पर लिखा, “वाह! अब सफर के दौरान कैश निकालना कितना आसान हो जाएगा।” एक अन्य यूजर ने इसे “बैंक ऑफ महाराष्ट्र और रेलवे की शानदार सेवा” बताया। हालांकि, कुछ लोग इसे मजाक में लेते हुए कह रहे हैं कि अब ट्रेन के शौचालय में खड़े होकर यात्रा करने के बाद ATM से पैसे भी निकाल सकेंगे।

कैसे काम करेगा ATM?

  • स्थान: ATM कोच के पिछले हिस्से में एक सुरक्षित क्यूबिकल में है।
  • सुरक्षा: शटर डोर और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर से ATM को सुरक्षित बनाया गया है।
  • उपलब्धता: यह सुविधा जल्द ही यात्रियों के लिए शुरू की जाएगी, हालांकि अभी ट्रायल मोड में है।
  • नेटवर्क: रेलवे यह सुनिश्चित कर रहा है कि चलती ट्रेन में भी ATM का नेटवर्क बाधित न हो।

सफर को बनाएगा और सुविधाजनक

यह सुविधा न केवल कैश की कमी को दूर करेगी, बल्कि यात्रियों को स्टेशन पर रुकने की जरूरत भी कम करेगी। खासकर लंबी दूरी की ट्रेनों में यह सुविधा यात्रियों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। पंचवटी एक्सप्रेस में इसकी शुरुआत एक पायलट प्रोजेक्ट है, और अगर यह लोकप्रिय हुआ, तो राजधानी, शताब्दी, और वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी ATM देखने को मिल सकता है।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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