Assembly Elections 2023: आरक्षित सीटों पर किसका चला मैजिक: जानें-एसटी की 29 और एससी की 10 सीटों पर कौन जीता, बालदास कितने रहे प्रभावि
Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है। भाजपा को मिली बहुमत के बीच लोगों की निगाहें अगले मुख्यमंत्री की तरफ है। इस बीच राज्य की आरक्षित सीटों पर इस बार किस पार्टी का दबदबा रहा इसकी भी समीक्षा शुरू हो गई है। पढ़िए इस रिपोर्ट में।
Assembly Elections 2023: रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। इनमें 29 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 10 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन सीटों पर एक तरफा जीत दर्ज की थी। 2023 के चुनाव में इन सीटों का गणित पूरी तरह बदल गया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस बार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सतनामी धर्म गुरु बालदास फिर एक बार भाजपा का दामन थाम था। ऐसे में एससी सीटों पर 2013 वाला प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। एसटी सीटों पर भी बार टक्कर बराबरी का दिखा है।
Assembly Elections 2023: पहले बात एससी सीटों और बालदास के प्रभाव का...
प्रदेश की 10 सीटें एससी आरक्षित है। 2013 के चुनाव में भाजपा ने इसमें से 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास भाजपा के साथ थे। विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चुनाव प्रचार के लिए उन्हें हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराया था। पार्टी 9 सीटे जीती, लेकिन 2018 का चुना आते-आते बालदास कांग्रेस के साथ हो गए। 2018 के चुनाव में भाजपा बुरी तरह हारी। पार्टी के खाते में आई 15 सीटों पर मात्र दो एससी सीट थी। कहा गया कि बालदास का साथ छोड़ने की वजह से एससी सीटों पर भाजपा का यह हाल हुआ है। ऐसे में जब 2023 के चुनाव के पहले बालदास फिर से भाजपा में आए तो फिर 2013 वाले प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
2023 में भाजपा एससी की 10 में से केवल 4 ही सीट जीत पाई है। इसमें एक मुंगेली सीट भाजपा की परंपरागत सीट मानी जाती है। वहां से पुन्नूलाल लगातार चुनाव जीत रहे हैं। बाकी तीन सीटें बालदास के प्रभाव क्षेत्र वाली है। इसमें आरंग सीट भी शामिल है जहां से बालदास के पुत्र विधायक चुने गए हैं। बाकी दो सीट दुर्ग संभाग की सीटें हैं। नवागढ़ सीट से भाजपा के दयालदास बघेल ने कांग्रेस गुरु रुद्र कुमार को हराया है। रुद्रकुमार भी सतनामी समाज के धर्मगुरु हैं और पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री थे।
देखिए एससी सीटों पर अब तक हुए चुनावों में कौन कितनी सीट जीता है....
वर्ष | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
2003 | 4 | 4 | 1 |
2008 | 5 | 4 | 1 |
2013 | 9 | 1 | 0 |
2018 | 2 | 7 | 1 |
2023 | 4 | 6 | ० |
Assembly Elections 2023: जानिए...सत्ता की चाबी सौंपने वाली एसटी सीटों पर इस बार कैसा रहा पार्टियों का प्रदर्शन
प्रदेश में एससटी आरक्षित 29 सीटे हैं। सबसे ज्यादा 11 सीट बस्तर संभाग और 9 सीट सरगुजा संभाग में है। बिलासपुर संभाग में एसटी आरक्षित 5 सीटे हैं। वहीं, रायपुर और दुर्ग संभाग में 2-2 सीट है। इस बार के चुनाव में 17 एसटी सीटों पर भाजपा जीती है। 11 पर कांग्रेस और एक सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जीत दर्ज की है।
भाजपा ने जिन 17 सीटों पर दर्ज की है उसमें सरगुजा संभाग की सभी 9 सीटों के साथ बस्तर संभाग की 7 सीट शामिल है। मैदानी क्षेत्रों में भाजपा एक मात्र एसटी आरक्षित मरवाही सीट ही जीत पाई है। यह सीट भाजपा 1998 के बाद पहली बार जीती है। वहीं, सरगुजा संभाग में कांग्रेस का इस बार खाता नहीं खुला है। बस्तर संभाग में पार्टी 4 आरक्षित सीट जीतने में सफल रही है। इसके साथ बिलासपुर संभाग की 3 के साथ रायपुर और दुर्ग संभाग की सभी चार सीट शामिल है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस एसटी आरक्षित 25 सीटें जीती और उसे सत्ता हासिल हुई थी।
देखिए राज्य की एसटी सीटों पर अब तक हुए चुनावों में किसे कितनी सीटें मिली...
वर्ष | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
2003 | 25 | 9 | 0 |
2008 | 19 | 10 | 0 |
2013 | 11 | 18 | 0 |
2018 | 3 | 25 | 1 |
2023 | 17 | 11 | 1 |