Ali Khan Mahmudabad Arrested 18 May 2025: प्रोफेसर अली खान गिरफ्तार, भारतीय सेना की महिला अधिकारियों को लेकर की थी टिप्पणी
Ali Khan Mahmudabad Arrested: भारत की सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर सोशल मीडिया पर की गई एक टिप्पणी ने देश के प्रतिष्ठित अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को विवादों के घेरे में ला खड़ा किया है. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद हरियाणा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी 7 मई के आसपास किए गए उस बयान के बाद हुई है, जिसे लेकर राज्य महिला आयोग, स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों में भारी आक्रोश देखा गया.

Ali Khan Mahmudabad Arrested: भारत की सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर सोशल मीडिया पर की गई एक टिप्पणी ने देश के प्रतिष्ठित अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को विवादों के घेरे में ला खड़ा किया है. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद हरियाणा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी 7 मई के आसपास किए गए उस बयान के बाद हुई है, जिसे लेकर राज्य महिला आयोग, स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों में भारी आक्रोश देखा गया.
अली खान पर आरोप है कि उन्होंने भारत की सैन्य प्रतिक्रिया, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर, के बारे में सार्वजनिक मंचों पर भड़काऊ और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिनसे न सिर्फ सैन्य प्रतिष्ठानों की छवि को ठेस पहुंची, बल्कि महिला अधिकारियों के सम्मान पर भी प्रश्नचिह्न लगा.
गांव जठेड़ी के सरपंच की शिकायत बनी गिरफ्तारी की वजह
इस पूरे मामले की शुरुआत गांव जठेड़ी के सरपंच के दिए गए बयान से हुई. सरपंच ने पुलिस को बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पढ़ी, जिसमें कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर अशोभनीय टिप्पणी की गई थी. उनका दावा था कि यह पोस्ट सहायक प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद ने की थी.
शिकायत के आधार पर सोनीपत पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अली खान को हिरासत में लिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने पहले तथ्यों की पुष्टि की और फिर डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की.
राज्य महिला आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने बताया कि आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और स्वत: संज्ञान लेते हुए अली खान महमूदाबाद को नोटिस भेजा. उन्हें 48 घंटे के भीतर आयोग के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया था. आयोग का कहना है कि प्रोफेसर की टिप्पणी दो महिला सैन्य अधिकारियों का अपमान है, साथ ही इससे देश की सुरक्षा व्यवस्था में महिलाओं की भूमिका पर भी आघात पहुंचा है.
रेनू भाटिया ने बताया कि सहायक प्रोफेसर को आयोग में पेश होने का समय दिया गया था, लेकिन वे निर्धारित समय पर नहीं पहुंचे. इस अवमानना को भी गंभीरता से लिया गया और पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई.
सांप्रदायिक तनाव और सामाजिक असंतुलन फैलाने का आरोप
महिला आयोग की दर्ज करावाई गई रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अली खान महमूदाबाद की टिप्पणियां आपत्तिजनक थीं, साथ ही उनमें सांप्रदायिक टकराव को बढ़ावा देने की भी क्षमता थी. उनके बयानों से सामाजिक असंतुलन फैलने की आशंका जताई गई है. आयोग ने मध्यप्रदेश में एक मंत्री पर उच्च न्यायालय की टिप्पणियों का हवाला देकर इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की.
आगे की कार्रवाई
सोनीपत पुलिस इस समय आरोपी से पूछताछ कर रही है. उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स, ईमेल और अन्य डिजिटल कम्युनिकेशन की जांच की जा रही है. अगर जांच में यह साबित होता है कि उनकी टिप्पणियों से सैन्य प्रतिष्ठानों, महिला अधिकारियों या सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा है, तो उन पर देशद्रोह, महिला अपमान और साइबर कानूनों के अंतर्गत कड़ी धाराओं में केस चल सकता है. राज्य महिला आयोग ने पहले ही संकेत दिए हैं कि वे इस मामले में उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं, ताकि इस प्रकार के मामलों के लिए एक मिसाल कायम हो सके.