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India Alliance News: राष्ट्रीय राजनीति में मुस्लिम चेहरा न उभरने पाए : AIUDF

India Alliance News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के साथ गठबंधन बनाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था...

India Alliance News: राष्ट्रीय राजनीति में मुस्लिम चेहरा न उभरने पाए : AIUDF
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Aminul Islam 

By Manish Dubey

India Alliance News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के साथ गठबंधन बनाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था। इसके कुछ दिनों बाद पार्टी ने आरोप लगाया है कि इंडिया गठबंधन नहीं चाहता कि राष्ट्रीय स्तर पर कोई मुस्लिम चेहरा उभरे।

एआईयूडीएफ विधायक और पार्टी महासचिव अमीनुल इस्लाम ने मंगलवार को कहा कि "हमारी पार्टी इंडिया गंठबंधन का हिस्सा नहीं है क्योंकि वे नहीं चाहते कि कोई मुस्लिम चेहरा राष्ट्रीय राजनीति में उभरे, चाहे वह बदरुद्दीन अजमल हो या असदुद्दीन ओवैसी।"

कांग्रेस और अन्य दल अधिक कट्टर हिंदू समूह बनना चाहते हैं, भले ही वे मुस्लिम वोट चाहते हों। विधायक ने आगे कहा कि कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन का अनुरोध किया था, लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपना मन बदल लिया।

अमीनुल इस्लाम ने असम में कांग्रेस के साथ 12 राजनीतिक दलों के एकीकरण की आलोचना करते हुए कहा, ''सभी राजनीतिक दल जानते हैं कि जो कोई भी उनके साथ सहयोगी के रूप में शामिल होगा, कांग्रेस उसे धोखा देगी।''

हालांकि, 12 राजनीतिक दल एकजुट हो गए हैं, लेकिन असम में उनकी बैठक के बारे में कोई खबर नहीं आई है। एजेपी के लुरिनज्योति गोगोई असम में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, जबकि शिवसागर विधायक अखिल गोगोई जोरहाट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस भी तीन सीटें मांग रही है।

उन्होंने दावा किया कि मुझे विश्वास है कि कांग्रेस उन सभी को धोखा देगी, यहां तक कि लुरिनज्योति और अखिल को भी। एआईयूडीएफ विधायक ने आगे कहा, ''पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हमारी पार्टी के साथ गठबंधन किया था, लेकिन नतीजे घोषित होने के बाद उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया।

पिछले राष्ट्रपति चुनाव में कम से कम 22 कांग्रेस विधायकों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था। यहां तक कि उन्होंने राज्यसभा चुनावों में भी गुप्त रूप से भाजपा का समर्थन किया था।''

एआईयूडीएफ के पास असम में 18 सीटें थीं और जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब वह सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी थी। हमें इस बात की चिंता नहीं है कि कांग्रेस हमारे साथ गठबंधन में है या नहीं। एआईयूडीएफ के पास असम में अच्छा जमीनी समर्थन है।

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