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Sanjay Singh Suspended: AAP सांसद संजय सिंह पुरे मानसून सत्र के लिए निलंबित, मणिपुर कांड पर कर रहे थे विरोध-प्रदर्शन

Sanjay Singh Suspended: सोमवार को संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। मणिपुर हिंसा मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग करते हुए विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा एवं राज्यसभा दोनों जगहों पर भारी शोर-शराबा करना शुरू किया।

Sanjay Singh Suspended: AAP सांसद संजय सिंह पुरे मानसून सत्र के लिए निलंबित, मणिपुर कांड पर कर  रहे थे विरोध-प्रदर्शन
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By S Mahmood

Sanjay Singh Suspended: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. सदन की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने पर उनके खिलाफ यह एक्शन लिया गया है. अब संजय सिंह पूरे मानसून सत्र तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले पाएंगे. गौरतलब है कि सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने मणिपुर के मसले पर केंद्र सरकार को घेरा और जोरदार हमला बोला. विपक्ष इस मसले पर लगातार विरोध प्रदर्शन करता रहा. इसी दौरान संजय सिंह के शांत नहीं होने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया गया.

सच्चाई के लिए आवाज उठाने पर किया निलंबित

आप सांसद संजय सिंह को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने पर दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है, “अगर सच्चाई के लिए आवाज उठाने पर संजय सिंह को निलंबित किया जाता है, तो हम परेशान नहीं होंगे. हमारी कानूनी टीम इस मामले को देखेगी, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है.”

राज्यसभा में AAP के हैं 10 सांसद

सभापति ने कहा कि आप सदस्य सिंह ने बार-बार आसन के निर्देशों का उल्लंघन किया है, इसलिए उन्हें इस सत्र के शेष समय के लिए सदन से निलंबित किया जाता है. इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजकर 12 मिनट पर अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. गौरतलब है कि उच्च सदन में संजय सिंह सहित आम आदमी पार्टी के 10 सदस्य हैं.

लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष के सांसद मणिपुर हिंसा पर नारे लिखे तख्तियां लेकर सदन में पहुंचे. इन तख्तियों पर 'इंडिया फॉर मणिपुर' एवं 'इंडिया डिमांड पीएम स्टेटमेंट ऑन मणिपुर' लिखा है. संसद परिसर में राज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'हम चर्चा के लिए तैयार हैं...140 करोड़ लोगों के नेता यदि संसद के बाहर बयान दे सकते हैं तो उन्हें उस संसद में भी बयान देना चाहिए जहां जनता के प्रतिनिधि बैठते हैं.'

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