Begin typing your search above and press return to search.

8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग की शुरू होने की संभावना, सैलरी में हो सकता है बड़ा इजाफा

8th Pay Commission: देश का आम बजट पेश हुए एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन 8वें वेतन आयोग के बारे में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि जल्द ही 8वें वेतन आयोग को लेकर चर्चा होने वाली है।

8th Pay Commission: कर्मचारियों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, अब इतनी ज्यादा मिलेगी सैलरी
X
By Ragib Asim

8th Pay Commission: देश का आम बजट पेश हुए एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन 8वें वेतन आयोग के बारे में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि जल्द ही 8वें वेतन आयोग को लेकर चर्चा होने वाली है। वित्त विभाग में इसकी फाइल लगभग तैयार है, लेकिन इसके लागू होने के लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है।

सैलरी में हो सकती है बढ़ोतरी

यदि 8वां वेतन आयोग लागू होता है, तो कर्मचारियों की सैलरी में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। विभागीय मंत्री ने इस संदर्भ में कहा कि "सरकार को 8वें केंद्रीय वेतन आयोग के गठन के लिए दो प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, लेकिन अभी ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।" आपको बता दें कि राज्यसभा में इस विषय पर सवाल उठाए गए थे।

7वें वेतन आयोग की पृष्ठभूमि

7वां वेतन आयोग फरवरी 2014 में गठित हुआ था और इसकी सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू की गईं थीं। इस आयोग का कार्यकाल फरवरी 2026 में पूरा हो रहा है। इसलिए, माना जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकती हैं, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा हो सकता है।

क्या बदलाव होगा?

8वें वेतन आयोग के लागू होने से कर्मचारियों की सैलरी में संभावित बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो यह सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा वित्तीय लाभ साबित हो सकता है।

Ragib Asim

Ragib Asim is a journalist currently employed as News Editor in NPG News (Digital). Born and brought up in Bettiah, Ragib journey began with print media and soon transitioned towards digital. He carries more than 10 years of experience in the field with focus on New media. He has previously worked with Hindustan Samachar, News Track, Janjwar, Special Coverage News Hindi. His interests include Science, Geopolitics, Economics and Current affairs.

Read MoreRead Less

Next Story