चार की हत्याः दुर्ग पुलिस ने चर्चित मर्डर केस सुलझाने भोपाल से बुलवाई एक्सपर्ट की टीम, लेकिन एक्सपर्ट की टीम ही है सवालों के घेरे में…राजधानी के दो चर्चित केस में ये एक्सपर्ट रहे थे फेल….
दुर्ग 29 दिसंबर 2020. अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के मामले में 8 दिनों बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है. अब ऐसे में दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे फाॅरेंसिक एक्सपर्ट को जाँच के लिए बुलाया है, जो पहले भी रायपुर के कई चर्चित मामलों का अब तक के नहीं सुलझा पाया है। फाॅरेंसिक एक्सपर्ट डीके सतपथी सोमवार की सुबह भोपाल से दुर्ग अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव पहुंचे थे, यहां पर इन्होंने घटना के एक मात्र बचे चश्मदीद 11 वर्षिय नाबालिग से पूछताछ की। जाँच के दौरान डीके सतपथी ने एक से ज्यादा आरोपियों की होने की संभावना जताई है। फिलहाल जांच जारी है, और घटना के डेढ़ हफ्ते बीत जाने के बाद भी मामले में कोई प्रोग्रेस नहीं हो पाया है। ऐसे में इस मामले में डीके सतपथी को बुलाकर जांच में फिर कई तरह के प्रश्न खड़े कर दिए है।
बता दें ये वही सतपथी हैं, जो पहले भी रायपुर के कई नामचीन मामलों की जांच के लिए राजधानी आ चुके है, पर इन मामलों को आज भी पुलिस और वो खुद नहीं सुलझा पायी है। रायपुर के नामचीन मामलों में पहला केस रायपुर के खम्हरिया वीआईपी स्टेट काॅलोनी का था है। यहां पर बीजेपी नेता स्वर्गीय भीमा मंडावी की बेटी की लाश संदिग्ध अवस्था में मिली थी। इस मामलों की जांच के लिए भी डीके सतपथी का बुलाया गया था। वहीं रायपुर के सबसे चर्चित हत्याकांड 2017 में वर्तमान में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के माता पिता की हत्या मामले की जांच के लिए भी सतपथी को बुलाया गया था, लेकिन इन दोनों मामले को पुलिस आजतक के नहीं सुलझा पायी है। ये दोनों मामले अभी भी अनसुलझे ही हैं, हालांकि पुलिस मोना मंडावी मामले को खुदकुशी कहकर केस को बंद कर दी है।
एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या: सो रहे परिवार पर पत्थरों से हमला, पिता- पुत्र का भी मिला शव, एक नाबालिग गंभीर….