
नईदिल्ली 5 अप्रैल 2021. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटी) जोधपुर कैंपस कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां स्टूंडेंट और स्टाफ सहित करीब 70 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 51 स्टूडेंट्स को सुपर आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया है। कोरोना की दूसरी लहर में आईआईटी कैंपस में पहला केस 10 मार्च को मिला था जिसके बाद से 54 स्टूडेंट पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। हाउसकीपिंग, सिक्यॉरिटी और दूसरी सेवाओं से जुड़े कई लोग भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन वे जोधपुर शहर में रह रहे हैं। आईआईटी में कोरोना प्रबंधन से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जॉइंट रजिस्ट्रार अमरदीप शर्मा ने कहा, ”आईआईटी जोधपुर ने पोस्ट ग्रैजुएट और पीएचडी स्टूडेंट्स को कैंपस आने और थीसिस और प्रॉजेक्ट को जारी रखने को कहा है। इस समय इंस्टीट्यूट ट्राईमेस्टर मोड अपना रहा है और लैब एक्सरसाइज के लिए छोटे बैच बनाए गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि संस्थान का संचालन 50 फीसदी से कम स्टूडेंट्स के किया जा रहा है। कुछ यूजी और फर्स्ट ईयर पीजी के स्टूडेंट कैंपस में हैं, क्योंकि उनके घर पर इंटनेट की सीमित पहुंच है। जो भी स्टूडेंट दूसरे राज्यों से आ रहे हैं उन्हें सीधा आइसोलेशन सेंटर में भेजा जा रहा है। पांचवें दिन जांच कराई जाती है। आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें होस्टल में जाने की इजाजत दी जाती है।”
शर्मा ने आगे कहा कि यदि कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो उन्हें सुपर आइसोलेशन फसिलिटी सेंटर में 14 दिनों के लिए भेजा जाता है। संस्थान में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। होस्टल में रहे रहे विद्यार्थियों की रैंडम टेस्टिंग भी कराई जा रही है। इस बीच डिविजनल कमिश्नर डॉ. राजेश शर्मा रविवार को आईआईटी कैंपस पहुंचे और कोरोना रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी ली।