मोहन मरकाम ने मांगा PM केयर्स का हिसाब….तो डॉ रमन ने किया तीखा पलटवार… बोले- हिसाब देना है तो 700 करोड़ के डीएमएफ…..
रायपुर 11 मई 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा की गयी राशि का हिसाब दिया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया है कि दानदाताओं की तरफ से सहायता कोष में 56 करोड़ 4 लाख 38 हजार 815 रुपये जमा है।
मैं आप सबके बीच “मुख्यमंत्री सहायता कोष” का हिसाब रख रहा हूँ।
मैं बताना चाहूँगा कि बीते 24 मार्च से लेकर 7 मई तक मुख्यमंत्री सहायता कोष में विभिन्न दान दाताओं के द्वारा कुल 56 करोड़ 4 लाख 38 हज़ार 815 रुपए की राशि प्राप्त हुई है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 11, 2020
मुख्यमंत्री ने बताया है कि 56 करोड़ में से 10 करोड़ 25 लाख 30 हजार रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। उन्होंने लिखा है कि संकट के समय में आप सरकार पर इतना भरोसा जता रहे हैं तो पारदर्शिता को बरकरार रखना मेरा भी कर्तव्य है। विश्वास है आपका सहयोग आगे भी मिलेगा।
जिसमें से कोरोना की रोकथाम एवं जरूरतमदों की सहायता के लिए राज्य के सभी जिलों को 10 करोड़ 25 लाख 30 हजार रूपए की राशि जारी की जा चुकी है।
संकट के समय में आप सरकार पर इतना भरोसा जता रहे हैं तो पारदर्शिता को बरकरार रखना मेरा भी कर्तव्य है।
विश्वास है आपका सहयोग आगे भी मिलेगा।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 11, 2020
इस ट्वीट के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ट्वीट कर प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी से पीएम केयर फंड का हिसाब मांग लिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा…मुख्यमंत्री जी ने सहायता कोष में जमा की गयी राशि का हिसाब दे दिया, लेकिन पीएम केयर्स फंड के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
हमारे माननीय मुख्यमंत्री जी सहायता कोष में प्राप्त प्रत्येक पैसे का हिसाब दे रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ #PMCares के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
कांग्रेस सरकार = पारदर्शिता https://t.co/F6LzFGeIKu
— MOHAN MARKAM (@MohanMarkamPCC) May 11, 2020
इधर मोहन मरकाम के पीएम केयर्स फंड का हिसाब मांगने पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि
“ये हिसाब तो ये वो दे रहे हैं जो लोगों ने दान करके दिये हैं, लेकिन हिसाब देना है तो डीएमएफ फंड का हिसाब दें कि 700 करोड़ की राशि कहां खर्च की, मनरेगा की 300 करोड़ की राशि का क्या हुआ..पीएसयू और अलग-अलग सेक्टर से 600-700 करोड़ रुपये मिलता है, उसका क्या हुआ…केंद्र सरकार से जो पैसा मिला, उसे कैसे खर्च किया गया। हमारी मांग है कि सबसे पहले श्वेत पत्र जारी कर विपक्ष को भरोसे में लेकर कार्ययोजना पर चर्चा करे”