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मिलिंद ने इस उम्र में ज्वॉइन किया था आरएसएस, बोले- पिता को हिंदू होने पर गर्व था लेकिन मुझे कभी गर्व महसूस नहीं हुआ

मिलिंद ने इस उम्र में ज्वॉइन किया था आरएसएस, बोले- पिता को हिंदू होने पर गर्व था लेकिन मुझे कभी गर्व महसूस नहीं हुआ
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By NPG News

नईदिल्ली 11 मार्च 2020। सुपरमॉडल रह चुके मिलिंद सोमन का नाम उन चुनिंदा सितारों में शामिल है जो 50 की उम्र पार करने के बावजूद फिटनेस में हर किसी को मात दे रहे हैं। मिलिंद की फिटनेस यंग जेनरेशन के हर उस शख्स के लिए एक इंस्पिरेशन है जो खुद को मैनेटली और फिजिक्ली एक्टिव रखना चाहते हैं। मॉडल और अभिनेता मिलिंद सोमन फिटेस्ट पर्सनालिटी में से एक हैं। इसके लिए मिलिंद कड़ी मेहनत भी करते हैं। वो बेहद अनुशासन से जीते हैं। हाल ही में मिलिंद ने खुलासा किया कि 10 साल की उम्र में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा में ट्रेनिंग ली है। उनके इस खुलासे से सोशल मीडिया पर खलबली मच गई और थोड़ी ही देर में मिलिंद ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे।

मिलिंद सोमन ने अपनी ‘किताब मेड इन’ इंडिया में लिखा, ‘एक और वाक्या जो उस वक्त हुआ था वो था आरएसएस में ज्वॉइनिंग। फिर से सारी चीजें लोकल थीं। लोकल शाखा, शिवाजी पार्क का ट्रेनिंग सेंटर, और बाबा को इस बात में बहुत ज्यादा यकीन था कि इससे एक युवा लड़के में अनुशासन, जीने के तरीके, फिटनेस और सोचने के ढंग में बड़े बदलाव आते हैं। उन दिनों हमारे करीब के ज्यादातर युवा यही किया करते थे। शिवाजी पार्क में जाना एक रूटीन था।’

मिलिंद ने आगे लिखा, ‘जब मैंने आरएसएस ज्वाइन किया तो काफी वक्त तो मैं एक किनारे पर ही रहा, प्रतिभावान लोगों के पीछे दबा हुआ। मुझे इस बात से गुस्सा आता था कि मेरे माता-पिता ने मुझ जैसे खुश रहने वाले बच्चे को ऐसी चीज में डाल दिया जहां काफी ताकत लगती है। मैं कभी भी इसका हिस्सा नहीं बनना चाहता था। वहां जो मेरे साथी थे वो थे एक बुजुर्ग एंग्लो-इंडियन कपल और उनका बॉक्सर वाले अंदाज में जीने का तरीका।’

मिलिंद ने कहा कि ‘मेरे पिता भी आरएसएस का हिस्सा रहे हैं। उन्हें हिंदू होने पर गर्व था। हालांकि मुझे ये समझ नहीं आया कि इसमें गर्व जैसा क्या था लेकिन मैंने ये भी नहीं देखा कि इसमें शिकायत करने जैसा क्या था।’

मिलिंद ने कहा कि ‘मेरे पिता भी आरएसएस का हिस्सा रहे हैं। उन्हें हिंदू होने पर गर्व था। हालांकि मुझे ये समझ नहीं आया कि इसमें गर्व जैसा क्या था लेकिन मैंने ये भी नहीं देखा कि इसमें शिकायत करने जैसा क्या था।’

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