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महासमुंद जेल ब्रेक मामला.. कलेक्टर ने लिखा डीजी जेल को खत.. दो टूक लिखा “जेलर दंडाधिकारी जाँच को प्रभावित कर सकता है,जेलर का ट्रांसफ़र अन्यत्र हो…ताकि जाँच प्रभावित ना हो”

महासमुंद जेल ब्रेक मामला.. कलेक्टर ने लिखा डीजी जेल को खत.. दो टूक लिखा “जेलर दंडाधिकारी जाँच को प्रभावित कर सकता है,जेलर का ट्रांसफ़र अन्यत्र हो…ताकि जाँच प्रभावित ना हो”
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By NPG News

रायपुर,4 जून 2021। महासमुंद जेल ब्रेक मामले में पूरे प्रकरण की दंडाधिकारी जाँच को लेकर कलेक्टर महासमुंद ने डीजी जेल को पत्र लिख जेलर के ट्रांसफ़र ना होने पर जाँच प्रभावित होने की आशंका जताते हुए ट्रांसफ़र किए जाने को जरुरी बताया है।
विगत 6 मई को महासमुंद ज़िला जेल से पाँच क़ैदी धनसाय,डमरुधर,राहुल,दौलत और करन फ़रार हो गए थे। एक साथ पाँच क़ैदियों के फ़रार होने के बाद हड़कंप मच गया था। पांचो कैदी विचाराधीन बंदी थे। हालाँकि जल्द ही इन पांचो को पुलिस ने पकड़ लिया था।
इस मामले में जेल प्रबंधन की स्पष्ट चूक प्रथम दृष्टया पाई गई थी।इस मामले में डीजी जेल ने दंडाधिकारी जाँच के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा था। सात मई के इस पत्र के जवाब में कलेक्टर कार्यालय ने 11 मई को जवाबी पत्र लिखते हुए अहम ध्यानाकर्षण किया था।
कलेक्टर महासमुंद ने डीजी जेल को स्पष्ट लिखा –
“चूँकि ज़िला जेल महासमुंद की सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण उपरोक्त पाँचों विचाराधीन बंदी जेल से फ़रार हो गए तथा जेलर दंडाधिकारी जाँच को प्रभावित कर सकता है, अतएव ज़िला जेल में पदस्थ जेलर का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाना उचित होगा, जिससे कि दंडाधिकारी जाँच कार्यवाही प्रभावित न हो सके एवं निष्पक्षता के साथ जाँच की जा सके”
11 मई को कलेक्टर की ओर से भेजे गए इस पत्र के बावजूद जेलर महासमुंद जेल में पदस्थापित हैं।

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