UP RO-ARO Paper Leak: यूपी RO-ARO पेपर लीक: यूपी का पेपर भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस से हुआ लीक, ऐसे रची गयी साजिश, STF ने किया खुलासा
UP RO-ARO Paper Leak: उत्तर प्रदेश समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है. RO और ARO पेपर लीक का कनेक्शन मध्यप्रदेश के भोपाल से है
UP RO-ARO Paper Leak: उत्तर प्रदेश समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है. RO और ARO पेपर लीक का कनेक्शन मध्यप्रदेश के भोपाल से है. पेपर भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है. इस मामले में एसटीएफ टीम ने प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी समेत 6 लोगो गिरफ्तार किया है.
प्रिंटिंग प्रेस से पेपर हुआ लीक
जानकारी के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के RO-ARO परीक्षा का प्रश्न पत्र भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस में छपा था. पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने जब प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारियों की जांच के तो पता चला की प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले कर्मचारी सुनील रघुवंशी ने ही पेपर लीक करवाया था. दअरसल एसटीएफ ने पेपर लीक का मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा के कॉल डिटेल निकाले तो पता चला था कि पेपर लीक के दौरान वह भोपाल में ही मौजूद था. जिसके आधार पर प्रिंटिंग प्रेस पर कार्रवाई की.
10 लाख में हुई थी डील
आरोपी विशाल दुबे ने राजीव नयन मिश्रा को बताया था कि प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी सुनील रघुवंशी के यहाँ RO-ARO परीक्षा का प्रश्न पत्र छप रहा है. जिसके बाद राजीव नयन मिश्रा ने सुनील से संपर्क किया और 10 लाख में पेपर लीक करने का डील हुआ. फिर सुनील ने पेपर से 8 दिन पहले मिस प्रिंट वाले प्रश्न पत्र राजीव नयन को उपलब्ध कराये.
6 लोग गिरफ्तार
इस मामले में यूपी एसटीएफ ने रविवार को 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमे मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा ( प्रयागराज), सुभाष प्रकाश ( बिहार ), विशाल दुबे(प्रयागराज ) प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी (भोपाल ), विवेक उपाध्याय, अमरजीत मौर्य और संदीप पांडेय शामिल है. अबतक मामले में 16 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है.
परीक्षा से पहले लीक हुआ था पेपर
बता दें, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा 11 फरवरी को परीक्षा हुई थी. परीक्षा वाले दिन शाम तक सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरें सामने आयी थी. दावा किया जा रहा था परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. इसके बाद योगी सरकार ने 2 मार्च को RO-ARO परीक्षा रद्द कर दिया था. फिर पेपर लीक की जांच एसटीएफ को सौंपी गयी थी.