Ujjain Assistant Engineer Arrested: उज्जैन: काम करवाना है तो 60 हजार दो...रिश्वत लेते हुए महिला अधिकारी गिरफ्तार, जाने क्या था मामला
Ujjain Assistant Engineer Arrested:लोकायुक्त पुलिस ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की महिला सहायक इंजीनियर को 60,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
Ujjain Assistant Engineer Arrested: उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. लोकायुक्त पुलिस ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की महिला सहायक इंजीनियर को 60,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. महिला अधिकारी ने ठेकेदार से 60,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी.
महिला सहायक इंजीनियर पर रिश्वत का आरोप
जानकारी के मुताबिक़, 1 जुलाई को पीएचई विभाग का काम करने वाले क्षीरसागर निवासी ठेकेदार अक्षय पाटीदार ने लोकायुक्त से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ग्रामीण विभाग में कार्यरत सहायक यंत्री निधि मिश्रा के खिलाफ 60,000 रुपये की रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी. ठेकेदार ने शिकायत में बताया कि उसने अपनी फर्म मानसी श्री के नाम पर ग्राम कालूखेड़ा से झीतर खेड़ी तक जल जीवन मिशन में साल 2020 में ठेका लिया था.
बिल पास करने के लिए मांगे 60,000 रुपये
जल जीवन मिशन के तहत उसने 80 लाख का काम किया था. लेकिन पिछले 3 साल से 10 लाख का भुगतान लंबित था. दरअसल, काम को 6 महीने में पूरा करना था. लेकिन कोविड के कारण 4 महीने देरी हो गई. निर्माण कार्य में 10 महीने लग गए. इसपर पीएचई विभाग ने 10 लाख रुपए रोक लिया. बिल पास कराने के नाम पर दफ्तर के चक्कर लगवाए गए. जब वो बिल पास कराने के लिए पीएचई विभाग कार्यालय के सहायक यंत्री निधि मिश्रा से मिला तो उसने बिल पास करने के बदले रिश्वत की मांग की थी.
रिश्वत लेते गिरफ्तार
उज्जैन लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक राजेश पाठक ने शिकायत की जांच कराई. तो यह शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद लोकायुक्त टीम ने महिला अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया. और 12 सदस्यी टीम का गठन किया गया. शिकायतकर्ता ठेकेदार से सहायक यंत्री को रिशवत देने को कहा गया. बुधवार को ठेकेदार सहायक यंत्री के ऑफिस पंहुचा. और 60,000 रुपये दिए. तभी लोकायुक्त टीम ने महिला सहायक इंजीनियर रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी महिला सहायक इंजीनियर निधि मिश्रा को गिरफतार कर लिया गया है. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.