Pradeep Mishra Radha Rani Controversy: इंदौर में लोगों ने जलाया पंडित प्रदीप मिश्रा का पुतला, कालिख पोती, राधा रानी के बारे में कही थी ऐसी बात
Pradeep Mishra Radha Rani Controversy: राधा रानी पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) द्वारा किये गए प्रवचन पर विवाद छिड़ गया है. मध्यप्रदेश से लेकर उत्तरप्रदेश तक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
Pradeep Mishra Radha Rani Controversy: इंदौर। राधा रानी पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) द्वारा किये गए प्रवचन पर विवाद छिड़ गया है. मध्यप्रदेश से लेकर उत्तरप्रदेश तक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. उनके खिआफ़ जगह - जगह प्रदर्शन किये जा रहे हैं. गुरूवार शाम को इंदौर में प्रदीप मिश्रा का पुतला दहन किया.
प्रदीप मिश्रा के पुतले जलाये गए
जानकारी के मुताबिक़, राधा रानी को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा के विवादित टिपण्णी पर गुरूवार को इंदौर एमआर 10 चौराहा पर संतो और महिलाओं ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदीप मिश्रा के विरोध में उनके पुतले जलाये गए. इतना ही नहीं प्रदीप मिश्रा के पोस्टर का मुंह भी काला कर दिया. प्रदीप मिश्रा के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की. लोगो ने कहा उनका ये बेहद गलत है. उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए.
केस दर्ज
उत्तरप्रदेश में भी प्रदीप मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. ब्रजवासियों ने कई जगह पर उनका पुतला दहन किया. उनके खिलाफ नारेबाजी की. ब्रजवासियों का कहना है कहीं भी प्रदीप मिश्रा का कथा होने नहीं देंगे. मथुरा में विवादित टिपण्णी को लेकर प्रदीप मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है.
संतों ने जताई नारजगी
प्रदीप मिश्रा के इस बयान पर प्रेमानंद महाराजखूब भड़के हैं. उन्होंने नाराजगी जताई है. प्रेमानंद महाराज के समर्थन में देश भर के संत आ चुके हैं. प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल, तीर्थपुरोहित जयदेव मिश्रा तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य भी प्रदीप मिश्रा के खिलाफ हैं. सभी माफी की मांग कर रहे हैं. परमहंस आचार्य ने दस दिन का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा 10 दिनों के अंदर प्रदीप मिश्रा माफी मांगे वरना देश में कहीं उनकी कथा होने नहीं देंगे.
राधारानी को लेकर कही ऐसी बात
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी एक कथा के दौरान लोगो स से पूछा था राधारानी कहा की है तो सभी ने कहा था राधारानी बरसाना की है. इस पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था राधा जी बरसाना की नहीं रावल गांव की रहने वाली हैं. राधा जी की शादी छात्रा गांव में हुई थी. उन के पति का नाम अनय घोष है. राधारानी की सास का नाम जटिला था और उनकी ननद का नाम कुटिला था. कृष्ण की पत्नियों में भी राधा का नाम नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा बरसाना में राधा जी के पिता की कचहरी थी. जहां वह साल भर में एक बार आती थीं. इसलिए उसे बरसाना कहते हैं.