MPPSC Topper Ankita Patkar: पोस्ट ऑफिस एजेंट की बेटी बनी डिप्टी कलेक्टर, जानिए MPPSC टॉपर अंकिता पाटकर के सफलता की कहानी...
MPPSC Topper Ankita Patkar: MPPSC 2021 परीक्षा में रायसेन की अंकिता पाटकर ने टॉप किया है. अंकिता को 1575 में से 942 अंक मिले हैं.
MPPSC Topper Ankita Patkar: रायसेन। आचार संहिता के समाप्त होते ही मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने 2021 की राज्य सेवा परीक्षा के फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिए हैं. इस बार भी बेटियों ने ही बाजी मारी है. टॉप 10 में से 7 स्थानों पर लड़कियां ही है. MPPSC 2021 परीक्षा में रायसेन की अंकिता पाटकर ने टॉप किया है. अंकिता को 1575 में से 942 अंक मिले हैं. लेकिन इस बड़ी जीत से पहले अंकिता असफल भी हुई, वह दो प्रयास में असफल हो गई थीं. लेकिन हार नही मानी. और इस बार अंकिता ने जीत हासिल कर ली. आईये जानते हैं MPPSC 2021 टॉपर अंकिता पाटकर के बारे में...
MPPSC 2021 टॉपर अंकिता पाटकर
अंकिता पाटकर मध्य प्रदेश के रायसेन के रहने वाली है. अंकिता पाटकर के पिता दौलतराम पाटकर पोस्ट ऑफिस एजेंट हैं. मां चंद्रकला पाटकर सहायक शिक्षिका थी. जो अभी कुछ दिनों पहले ही सेवानिवृत्त हुई हैं. अंकिता के पांच भाई-बहन हैं, जो सभी सरकारी नौकरी में हैं. छोटा भाई भी पीएससी की तैयारी कर रहा है. अंकिता परिवार की सबसे छोटी बेटी हैं.
बचपन से रही पढाई में रूचि
अंकिता की प्राथमिक शिक्षा रायसेन के करियर ब्राइट कॉन्वेंट स्कूल से हुई. उसके बाद नवोदय से पढ़ाई की. नवोदय में उन्हें शिक्षकों से करियर के लिए एजुकेशन और गाइडेंस मिला. शुरू से ही पढाई में काफी रूचि रही. 12वीं पास करने के बाद अंकिता ने भोपाल के इंस्टीट्यूट फॉर एक्सीलेंस हायर एजुकेशन (आईईएचई) से मैथमेटिक्स ऑनर्स और फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया.
आठ से दस घंटे करती थी पढाई
भोपाल में रहने के दौरान अंकिता ने पीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. बता दें कि अंकिता वर्ष 2019 से पीएससी की तैयारी कर रही है. वह रोज सुबह 8 बजे लाइब्रेरी पहुंच जाती थीं और देर शाम पढाई करती थी. रोज आठ से दस घंटे का समय देती थी. अंकिता पढ़ने के यूट्यूब का सहारा लेती थी. साथ ही एमपी गवर्नमेंट ओबीसी स्टूडेंट को फ्री कोचिंग कराती है वो वहां पढ़ा करती थी.
अब बनी डिप्टी कलेक्टर
अंकिता ने कई और भी परीक्षाएं दी. डेढ़ साल पहले अंकिता का चयन तहसीलदार के पद पर हुआ. इस दौरान नौकरी और पढाई दोनों को मैनेज करना पड़ रहा था. तीन से चार घंटे का समय ही दे पाती थी. इसके बाद साल मार्च-2024 में वे सहायक विकास विस्तार अधिकारी (ADEO) के पद पर चयनित हुईं. पीएससी की परीक्षा में अंकिता दो बार असफल हुई. लेकिन उसने हार नहीं मानी. और अब अंकिता डिप्टी कलेक्टर बन गई हैं.
परिवार और शिक्षक ने किया सपोर्ट
अंकिता ने अपने जीत का श्रेय अपने परिवार, शिक्षक और कार्यालय के स्टाफ को दिया. अंकिता ने कहा मैं कई बार डिमोटिवेट हो गई थी. लेकिन उन्होंने हमेशा सपोर्ट किया. साथ ही अंकिता ने कहा मध्यप्रदेश सरकार की फ्री कोचिंग और इंटरनेट ने मेरी बहुत सहायता की है. इंटरनेट मीडिया बुरा नहीं है. आप इस्तेमाल कैसे करते हैं ये मायने रखता है. पढाई के साथ साथ ये मेरा एंटरटेनमेंट भी करता था.
बता दें, MPPSC 2021 परीक्षा में अमित जोगी ने 921.25 अंक से दूसरा स्थान हासिल किया है, पूजा चौहान ने 920 अंक से तीसरा, मनीषा जैन 917.50 अंक मिले और प्रियांक मिश्रा ने 916.25 अंक से पांचवा स्थान हासिल किया है. इस बार टॉप 10 में कुल 7 महिलाएं शामिल हैं. वहीँ डिप्टी कलेक्टर के कुल 24 पद है. जिनमे 12 महिलाएं हैं.