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मध्यप्रदेश के 12 जिलों में मॉनसून की विदाई: आज इन जिलों में होगी बरसात, जानें आपके शहर के मौसम का हाल

MP Weather Update: देश के कई राज्यों से मानसून ने विदाई ले ली है, लेकिन मध्यप्रदेश में बादल अभी भी मेहरबान हैं।

मध्यप्रदेश के 12 जिलों में मॉनसून की विदाई: आज इन जिलों में होगी बरसात, जानें आपके शहर के मौसम का हाल
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MP Weather News

By Ashish Kumar Goswami

भोपाल। देश के कई राज्यों से मानसून ने विदाई ले ली है, लेकिन मध्यप्रदेश में बादल अभी भी मेहरबान हैं। प्रदेश के लगभग 12 जिलों से मानसून ने अलविदा कह दिया है, लेकिन बाकी हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। कहीं हल्की फुहारें तो कहीं तेज बारिश हो रही है, जिससे मौसम सुहाना बना हुआ है और किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।

मौसम विभाग का कहना है कि, इस बार जाते-जाते भी मानसून प्रदेशवासियों को राहत और ठंडक दे रहा है। दशहरे के दिन यानी आज कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे त्योहार का मजा और बढ़ सकता है। वहीं 3 और 4 अक्टूबर को इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभागों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

इस बार मानसून ने 16 जून को मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी और अब 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से विदाई की उम्मीद है। लेकिन इस बीच जो बारिश हो रही है, वह किसानों के लिए किसी बोनस से कम नहीं। खासकर उन इलाकों में जहां फसलों को नमी की जरूरत है और जलस्तर थोड़ा नीचे है।

यहाँ बन रहा सिस्टम

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी मध्यप्रदेश में एक निम्न दाब क्षेत्र और ट्रफ लाइन सक्रिय है। साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने चक्रवातीय परिसंचरण के कारण अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है।बारिश के आंकड़ों की बात करें तो इस बार प्रदेश में औसत से 21% ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी मध्यप्रदेश में 17% और पश्चिमी हिस्से में 25% अधिक वर्षा दर्ज की गई है। सामान्य बारिश का आंकड़ा 37.3 इंच होता है, जबकि इस बार अब तक 45.77 इंच पानी गिर चुका है।

अब तक इतनी हुई बरसात

गुना जिले में सबसे ज्यादा 65.5 इंच बारिश हुई है। मंडला और रायसेन में 62 इंच से ज्यादा, जबकि श्योपुर और अशोकनगर में 56 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। दूसरी ओर, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार सबसे कम बारिश वाले जिलों में शामिल हैं। शाजापुर में सिर्फ 28.7 इंच, खरगोन में 27.3 इंच, खंडवा में 29.1 इंच, बड़वानी में 30.9 इंच और धार में 32.8 इंच बारिश हुई है।

इंदौर और उज्जैन संभाग की शुरुआत में स्थिति कमजोर रही थी। एक समय तो इंदौर में सबसे कम बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन सितंबर में हुई तेज बारिश ने इंदौर को सामान्य बारिश के आंकड़े तक पहुंचा दिया। हालांकि उज्जैन जिले में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ है।

आज इन जिलों में होगी भारी बारिश

आज गुरुवार को सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर और भोपाल संभागों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि 5 अक्टूबर तक प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है। इस बार की बारिश ने न सिर्फ किसानों को राहत दी है, बल्कि पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता को भी सुकून दिया है। खेतों में हरियाली लौट आई है, तालाब और नदियाँ लबालब हैं और हवा में ताजगी घुल गई है।

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