बड़ी खबर: अब AI की मदद से गर्भवती महिलाओं की होगी देखभाल; शुरू होगा AI जेनरेटेड 'सुमन सखी' चैटबॉट, जानिये क्या है इसमें ख़ास
मध्य प्रदेश में मोहन सरकार जल्द ही गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए AI जनरेटेड 'सुमन सखी' चैट बॉट शुरू करने जा रही है।

(NPG file photo)
भोपाल। डिजिटल इंडिया के विज़न को आगे बढ़ाते हुए, मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जोड़ने की एक नई पहल की है। जल्द ही राज्य में 'सुमन सखी' चैटबॉट की शुरुआत होगी। यह चैटबॉट गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान देखभाल, जोखिम भरे कारकों और सरकारी योजनाओं के बारे में 24 घंटे जानकारी देगा। यह एक खास पहल है क्योंकि यह चैटबॉट पूरी तरह से हिंदी भाषा में होगा और वॉट्सऐप पर आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा। इससे दूर-दराज के गाँवों और शहरों की महिलाओं के लिए जानकारी पाना बेहद आसान हो जाएगा।
क्यों खास है यह पहल?
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस पहल को नागरिक-केंद्रित शासन और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विज़न के अनुरूप, अब तकनीक को सुशासन और सेवा वितरण से जोड़ा जा रहा है। सुमन सखी चैटबॉट सिर्फ जानकारी ही नहीं देगा, बल्कि लोगों का सरकार पर भरोसा और पारदर्शिता भी बढ़ाएगा।
कैसे काम करेगा 'सुमन सखी'?
शुरुआती चरण में यह चैटबॉट खासकर गर्भवती महिलाओं पर ध्यान देगा। यह उन्हें ज़रूरी सावधानियों, हाई-रिस्क वाली स्थितियों और सरकारी योजनाओं के बारे में तुरंत जानकारी देगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की मिशन डायरेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने बताया कि, यह चैटबॉट NHM, मध्य प्रदेश और MPSEDC के सहयोग से बनाया गया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि, यह चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगा और पूरी तरह हिंदी में होगा, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाएं बिना किसी परेशानी के इसका लाभ उठा सकें।
वॉट्सऐप पर होगा उपलब्ध
इस चैटबॉट को वॉट्सऐप से जोड़ा गया है ताकि लोगों को कोई और ऐप डाउनलोड न करना पड़े। इससे तकनीकी रुकावटें दूर होंगी और जानकारी तुरंत मिल जाएगी। इसके आलावा सरकार का कहना है कि, भविष्य में इस चैटबॉट का विस्तार होगा। तब इसमें और भी कई प्रमुख स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी योजनाओं को शामिल किया जाएगा। इस डिजिटल पहल से यह उम्मीद है कि, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, पारदर्शिता आएगी और लाभार्थियों का सरकार के कामकाज में विश्वास बढ़ेगा।
