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MP News: महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव, नई व्यवस्था होगी लागू, जान लें

MP News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती के दर्शन अब और अधिक सुव्यवस्थित होने जा रहे हैं. मंदिर प्रशासन एक नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है, जिसके तहत श्रद्धालुओं को बुकिंग के समय ही यह पता लग जाएगा कि वे आरती के दौरान कहां बैठेंगे.

महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव, नई व्यवस्था होगी लागू, जान लें
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By Anjali Vaishnav

MP News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती के दर्शन अब और अधिक सुव्यवस्थित होने जा रहे हैं. मंदिर प्रशासन एक नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है, जिसके तहत श्रद्धालुओं को बुकिंग के समय ही यह पता लग जाएगा कि वे आरती के दौरान कहां बैठेंगे.

अभी की व्यवस्था से होती है असुविधा

फिलहाल श्रद्धालुओं को सिर्फ ऑनलाइन या ऑफलाइन बुकिंग के बाद मंदिर में प्रवेश मिलता है, लेकिन यह तय नहीं होता कि किसे किस स्थान पर बैठाया जाएगा. इससे अक्सर आरती के समय आगे बैठने को लेकर विवाद और अव्यवस्था की स्थिति बन जाती है.

नई तकनीक से तय होगा स्थान

मंदिर समिति अब एक तकनीकी नवाचार की ओर बढ़ रही है. नई प्रणाली के तहत, बुकिंग करते समय ही श्रद्धालु को एक "वर्चुअल सीट नंबर" मिलेगा. यह नंबर यह तय करेगा कि उसे नंदी, गणेश या कार्तिकेय मंडप में किस स्थान पर बैठना है.

‘पहले आवेदन, पहले स्थान’ की नीति लागू

उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह के अनुसार, नई व्यवस्था पूरी तरह "प्रथम आओ, प्रथम पाओ" के सिद्धांत पर आधारित होगी. पहले बुकिंग कराने वाले श्रद्धालु को आगे की सीट मिलेगी, और बाद में करने वालों को क्रमशः पीछे स्थान मिलेगा.

वीआईपी कल्चर पर भी लगेगी रोक

अक्सर देखा गया है कि भस्म आरती में आगे की सीटें वीआईपी मेहमानों को मिलती हैं, जिससे आम श्रद्धालु खुद को उपेक्षित महसूस करता है. नई व्यवस्था से यह धारणा टूटेगी और सभी भक्तों को समान अवसर मिलेगा.

विवादों और धक्का-मुक्की पर लगेगी लगाम

आए दिन दर्शन के दौरान आगे बैठने को लेकर धक्का-मुक्की की स्थिति बनती थी. नई प्रणाली से श्रद्धालुओं को पहले से पता होगा कि उन्हें कहां बैठना है, जिससे अव्यवस्था और झगड़ों पर रोक लगेगी.

दर्शन अनुभव होगा अधिक सुखद

मंदिर प्रशासन का मानना है कि इस बदलाव से व्यवस्था सुधरेगी और श्रद्धालुओं का दर्शन अनुभव भी बेहतर होगा. नई प्रणाली पर काम तेजी से चल रहा है और इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा.

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