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MP News: कर रहीं थी हिंदु देवी-देताओं पर अभद्र टिप्पणी वाली किताबों का प्रचार, फिर पुलिस ने उठाया ये कदम...

MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर से एक विवादित मामला सामने आ रहा है, जहां दो युवतियां हिंदु देवी-देताओं पर की गई विवादित टिप्पणी वाली किताबें लोगों को जबरदस्ती लोगों को खरीदने पर मजबूर कर रही थी. हिंदू संगठन से मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों युवतियों को हिरासत में ले लिया है.

कर रहीं थी हिंदु देवी-देताओं पर अभद्र टिप्पणी वाली किताबों का प्रचार, फिर पुलिस ने उठाया ये कदम...
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By Anjali Vaishnav

MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर से एक विवादित मामला सामने आ रहा है, जहां दो युवतियां हिंदु देवी-देताओं पर की गई विवादित टिप्पणी वाली किताबें लोगों को जबरदस्ती लोगों को खरीदने पर मजबूर कर रही थी.

दरअसल, पूरा मामला इंदौर रावजी बाजार थाना क्षेत्र का है जहां एक धार्मिक विवाद ने तूल पकड़ लिया है. पुलिस ने दो महिलाओं के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और आपत्तिजनक सामग्री बांटने के आरोप में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है. बताया गया है कि ये महिलाएं राह चलते लोगों को विवादित किताबें जबरन पढ़ने और खरीदने के लिए उकसा रही थीं.

युवक की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला

यह मामला तब सामने आया जब अनुकूल इंगले नामक युवक ने पुलिस को शिकायत दी. युवक का कहना है कि वह छत्रीभाट धर्मशाला के पास से गुजर रहा था, तभी निर्मला हार्डिया और रेणुका हार्डिया नाम की दो महिलाएं उसे "ज्ञान गंगा" नामक एक किताब देने की कोशिश करने लगीं. जब युवक ने किताब के पन्ने पलटे, तो उसमें हिंदू देवी-देवताओं और धार्मिक मान्यताओं को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं.

किताब की सामग्री से भड़की धार्मिक भावना

युवक ने बताया कि किताब में लिखा था कि तीर्थ यात्रा करना, उपवास रखना और गंगा स्नान करना शास्त्रविरुद्ध है. पृष्ठ संख्या 25 पर "काल" को ब्रह्मा और "प्रकृति" को दुर्गा बताया गया है, साथ ही यह भी लिखा गया है कि काल ने प्रकृति के साथ जबरदस्ती की, जिससे ब्रह्मा, विष्णु और महेश की उत्पत्ति हुई. इसके अलावा कई देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां भी दर्ज थीं.

बाबा रामपाल की किताब का था प्रचार

पुलिस जांच में पता चला कि ये किताबें हरियाणा के विवादित कथित संत बाबा रामपाल से जुड़ी हैं, जो वर्तमान में हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. रामपाल पहले भी कई बार अपने अनुयायियों के माध्यम से धार्मिक ग्रंथों की गलत व्याख्या और देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करवाने के आरोपों में घिर चुका है.

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

रावजी बाजार पुलिस ने मामला गंभीर मानते हुए निर्मला और रेणुका हार्डिया को हिरासत में ले लिया है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई संगठित नेटवर्क तो नहीं है. धार्मिक सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस ने जनता से भी संयम बरतने की अपील की है.

अन्य जिलों में भी सामने आए ऐसे मामले

इस तरह का एक और मामला दो महीने पहले जबलपुर के रिछाई इलाके में भी सामने आया था, जहाँ एक झोलाछाप डॉक्टर दशरथ बैरागी को रामपाल की किताबें मरीजों को बांटते हुए पकड़ा गया था. पूछताछ में उसने माना था कि वह रामपाल के विचारों से प्रभावित है और प्रचार कर रहा था.

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