MP News: छात्र का मुंह टॉयलेट में डालने वाली शर्मनाक हरकत..पुलिस तक पहुंचा मामला फिर हुआ ये...
MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) में जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है. 27 अगस्त को बीटेक के थर्ड और फोर्थ ईयर के सीनियर स्टूडेंट्स ने हॉस्टल में जूनियर छात्रों के साथ मारपीट की और उन्हें जानबूझकर डराया. हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को रैगिंग के बजाय बदसलूकी के रूप में वर्गीकृत किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए, आईईटी प्रबंधन ने 6 सीनियर स्टूडेंट्स को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है.

MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) में जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है. 27 अगस्त को बीटेक के थर्ड और फोर्थ ईयर के सीनियर स्टूडेंट्स ने हॉस्टल में जूनियर छात्रों के साथ मारपीट की और उन्हें जानबूझकर डराया. हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को रैगिंग के बजाय बदसलूकी के रूप में वर्गीकृत किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए, आईईटी प्रबंधन ने 6 सीनियर स्टूडेंट्स को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है.
मारपीट और धमकियां मिली
मिली जानकारी के अनुसार, बीटेक थर्ड और फोर्थ ईयर के सीनियर स्टूडेंट्स हॉस्टल पहुंचे और जूनियर छात्रों से परिचय के नाम पर उन्हें परेशान किया. आरोप है कि सीनियर छात्रों ने जूनियर से नाम पूछते हुए उन्हें कमरे में बंद किया और मारपीट की. इस घटना में एक छात्र का मुंह कमोड में डालने जैसी बात भी सामने आई, लेकिन छात्र ने बाद में इसे खारिज कर दिया. पीड़ित छात्रों ने इस पर पुलिस से शिकायत की और मामले की जांच शुरू की गई.
आईईटी प्रबंधन की प्रतिक्रिया
आईईटी के प्रभारी डायरेक्टर, डॉ. प्रतोष बंसल ने कहा, यह घटना रैगिंग का हिस्सा नहीं है, बल्कि सीनियर छात्रों ने परिचय के नाम पर छात्रों के साथ बदसलूकी की है. हमने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई करते हुए 6 सीनियर छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि जांच के बाद मामले की पूरी रिपोर्ट विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड को भेजी जाएगी और अगर सीनियर छात्रों की गलती पाई जाती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जूनियर छात्रों को डर
घटना के बाद हॉस्टल का माहौल तनावपूर्ण हो गया है. जूनियर छात्रों में डर का माहौल है, और वे खुलकर इस बारे में बात करने से बच रहे हैं. कई छात्रों का कहना है कि सीनियर छात्रों ने परिचय के नाम पर उन्हें परेशान किया और शारीरिक और मानसिक रूप से तंग किया. इस दौरान कुछ छात्रों ने पुलिस में शिकायत की है, लेकिन पूरी घटना के बारे में वे अभी भी खुलकर बात करने से डर रहे हैं.
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने घटना के बाद जांच शुरू कर दी है और कुछ सीनियर छात्रों की पहचान भी की गई है. इस मामले में पुलिस ने सीनियर छात्रों से पूछताछ करने की योजना बनाई है. वहीं, विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों से अपील की है कि वे इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हर समय सावधान रहें और विश्वविद्यालय की एंटी रैगिंग समिति को सूचना दें.
