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MP Indore Violence: चैंपियंस ट्रॉफी की जीत का जश्न हिंसा में बदला, 13 गिरफ्तार, रासुका की तैयारी

MP Indore Violence: मध्यप्रदेश के इंदौर के महू में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के बाद विजय जुलूस पर पथराव और हिंसा हुई, जिसके कारण शहर में तनाव का माहौल बन गया. जुलूस के दौरान पटाखे फोड़ने को लेकर विवाद बढ़ा, जिससे उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके और गाड़ियों में आग लगा दी. इस घटना में चार लोग घायल हुए, जिनका इलाज जारी है. पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है और आरोपियों पर रासुका लगाने की तैयारी की जा रही है. जामा मस्जिद के इमाम ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से स्थिति बिगड़ी. पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं और अब ड्रोन से निगरानी की जा रही है, जबकि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.

MP Indore Violence: चैंपियंस ट्रॉफी की जीत का जश्न हिंसा में बदला, 13 गिरफ्तार, रासुका की तैयारी
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By Anjali Vaishnav

MP Indore Violence: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू में 9 मार्च को हुए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के भारत और न्यूजीलैंड के फाइनल मुकाबले में भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद जश्न का माहौल हिंसा में बदल गया.

विजय जुलूस के दौरान हुए पथराव और उपद्रव के कारण शहर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. फिलहाल, स्थिति पर काबू पा लिया गया है, लेकिन पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है और उन पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने की तैयारी कर रही है.

क्या है पूरा मामला

यह घटना उस समय घटित हुई जब 9 मार्च को भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली. इस जीत के बाद, महू में विजय जुलूस निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने पटाखे फोड़े, जो विवाद का कारण बने. बताया जा रहा है कि पटाखे फोड़ने के बाद कुछ लोगों ने एक समुदाय के बीच पटाखे फेंके, जिससे तनाव बढ़ गया, इसके बाद हिंसा भड़क उठी. उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके, वाहनों को आग के हवाले किया, और दुकानों को भी नुकसान पहुँचाया. इस उपद्रव के दौरान पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.

मुस्लिम पक्ष की प्रतिक्रिया

इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने अपनी बात रखी है. जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद जाबिर ने सोशल मीडिया पर फैल रहे भ्रामक प्रचार को खारिज करते हुए कहा कि मुसलमानों का भारत की जीत से कोई विरोध नहीं था. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया। मस्जिद के बाहर जुलूस निकाले जाने के बाद मस्जिद के अंदर सुतली बम फेंके जाने का आरोप भी इमाम ने लगाया. उनका कहना था कि प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना घटी और अगर जुलूस को दूसरे मार्ग से घुमाया जाता तो यह स्थिति नहीं बनती. उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की अपील की और सभी से शांति बनाए रखने की बात कही.

पुलिस कार्रवाई

पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं. एक एफआईआर हिंदू पक्ष की ओर से और दूसरी मुस्लिम पक्ष की ओर से , एफआईआर में 17 आरोपियों के नाम दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है और उनकी तलाश की जा रही है. फिलहाल, महू क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है और ड्रोन से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है. कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी दी कि अब तक 13 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और उन पर रासुका लगाने की प्रक्रिया की जा रही है. कलेक्टर ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.

घायलों की स्थिति

इस हिंसा में चार लोग घायल हुए थे, जिनका इलाज महू के एमवाय अस्पताल में जारी है. घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है. पुलिस ने स्थानीय लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है और शांति बनाए रखने की गुजारिश की है.

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