MP CBI Raid News: DGM पर CBI ने कसा शिकंजा! नियमों की अनदेखी कर टेंडर देने का आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला
MP CBI Raid News: मध्यप्रदेश के जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्टरी में उस वक्त हलचल मच गई जब CBI की टीम ने परिसर में प्रवेश कर कार्रवाई शुरू कर दी. यह छापा फैक्टरी में कार्यरत उप महाप्रबंधक दीपक लांबा के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा था.

MP CBI Raid News: मध्यप्रदेश के जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्टरी में उस वक्त हलचल मच गई (MP CBI Raid News) जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने परिसर में प्रवेश कर कार्रवाई शुरू कर दी. यह छापा फैक्टरी में कार्यरत उप महाप्रबंधक (DGM) दीपक लांबा के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा था. टीम ने पहले दस्तावेज़ों की पड़ताल की और फिर लांबा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
निजी कंपनी को ठेका दिलवाने का आरोप
सीबीआई की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि दीपक लांबा ने नागपुर में पदस्थ रहते हुए एक निजी फर्म को अनुचित लाभ पहुंचाने की कोशिश की थी. आरोपों के अनुसार, उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर कर अपनी ही कथित कंपनी को ठेका दिलवाया, जिससे सरकारी खजाने को लाखों रुपये का नुकसान हुआ.
FIR में नामजद हैं दो प्रमुख व्यक्ति
जांच एजेंसी ने 25 अगस्त को दर्ज की गई FIR में दीपक लांबा और नागपुर स्थित ऑटोमेशन इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रियल सर्विसेज के मालिक मोहित ठोलिया को आरोपी बनाया है. FIR के अनुसार, दोनों पर आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मामला दर्ज है.
फर्जी दस्तावेजों से टेंडर हासिल करने का शक
शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि संबंधित फर्म ने टेंडर प्राप्त करने के लिए फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था. वहीं, टेंडर की शर्तों में बदलाव कर उन्हें अपने पक्ष में ढाला गया, ताकि प्रतियोगिता समाप्त हो जाए और ठेका मनचाही कंपनी को मिल सके.
चार शहरों में छापे
सीबीआई ने इस मामले में सिर्फ जबलपुर ही नहीं, बल्कि नागपुर और दो अन्य स्थानों पर भी छापे मारे. इन छापों के दौरान अधिकारियों के घर और दफ्तरों से कई महत्वपूर्ण फाइलें, डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है. फिलहाल दीपक लांबा से पूछताछ जारी है. मामले में कुछ और अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में आ सकती है.
