School News: टॉयलेट बना क्लासरूम...स्कूल के शौचालय में बैठकर पढ़ रहे बच्चे, कलेक्टर ने लिया एक्शन
School News: खरगोन जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहाँ क्लास में नहीं बल्कि स्कूल के शौचालय में बच्चों की क्लास चलाई जा रही है.
School News: खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहाँ क्लास में नहीं बल्कि स्कूल के शौचालय में बच्चों की क्लास चलाई जा रही है. जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. फोटो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए शिक्षकों को निलंबित कर दिया है.
शौचालय में चल रही थी बच्चों की क्लास
दरअसल, जिले के झिरन्या विकासखंड की ग्राम पंचायत बेड़छा के प्राथमिक शासकीय विद्यालय सेमलियामाल की है. स्कूल की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, जिसमे छात्र स्कूल के शौचालय में बैठकर पढाई करते नजर आ रहे थे. फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कम्प मच गया.
पूर्व मंत्री ने की कार्रवाई की मांग
इस सम्बन्ध में कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये उन्होंने एक्स पर लिखा "देश के भविष्य का निर्माण शौचालय में हो रहा है..मुख्यमंत्री मोहन यादव जी और शिक्षा मंत्री उदय प्रताप जी यहाँ शिक्षा के साथ-साथ इन मासूम बच्चों की जान के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. जिला खरगोन के ब्लॉक झिरन्या के ग्राम बेड़छा में चल रही इस लापरवाही और शर्मनाक शिक्षा व्यवस्था का जिम्मेदार कौन है? यहाँ न कोई शिक्षक आता है न बच्चों को मध्यान्ह भोजन मिलता है. आखिर इन बच्चों के हक के पैसे से कौन अपनी जेब गरम कर रहा है? इस बदहाल शिक्षा व्यवस्था में गरीब छात्र, शिक्षक, अतिथि शिक्षक समेत सभी परेशान है, लेकिन सरकारी अधिकारी अपना जेब गरम करके चैन से आराम फरमा रहे हैंमुख्यमंत्री जी, यदि आपके भीतर अब थोड़ी भी संवेदना बाकी है, तो इन बच्चों के हित में निर्णय लीजिए और इस जर्जर व्यवस्था के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कठोर कदम उठाइए.
जिला शिक्षा अधिकारी जांच करने पहुंचे
वहीँ ये मामला संज्ञान में आने के बाद भीकनगांव एसडीएम बीएस कनेश और जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र क़ानूड़े जांच करने स्कूल पहुंचे. जांच में मामला सही पाया गया. जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र क़ानूड़े ने बताया कि स्कूल की छत टपकने के कारण बच्चों को शौचालय में बैठाया गया. जांच के दौरान प्रभारी प्रधान पाठक अरविंद व्यास नशे में थे और न ही वो रोज स्कूल आते हैं. इतना ही नहीं क्लास नियमित रूप से नहीं लगती. साथ ही जनशिक्षक कमलेश रेकल ने स्कूल के समस्याओं की मॉनिटरिंग नहीं की.
कलेक्टर ने लिए एक्शन
जिला शिक्षा अधिकारी ने इसकी रिपोर्ट जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को सौंपी. जिसके बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर जनशिक्षक कमलेश रेकल और स्कूल प्रभारी शिक्षक अरविंद व्यास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
ऐसे स्कूलों का सर्वे कराया जाए
वहीँ, मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच और लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होने पर प्रदेश के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने सराहना करते हुए एक्स पर लिखा "मुझे जान कर प्रसन्नता है अब बच्चों को शौचालय में बैठकर पढ़ना नहीं पड़ेगा. खरगोन जिले के आदिवासी ब्लॉक झिरन्या के प्राथमिक स्कूल में बच्चों को शौचालय में पढ़ाए जाने की खबर सही निकली एमपी सरकार ने गलती स्वीकार की, सजगता दिखाई, कार्यवाही की. इस स्कूल में पानी रिसता है, तो बच्चों को शौचालय में बैठा दिया गया! सरकार ने इस पर संज्ञान लिया और कार्यवाही की. पर, सिर्फ शिक्षकों पर हुई इस कार्यवाही से समस्या हल नहीं होगी. ऐसे स्कूलों का सुधार किया जाना भी जरूरी है. ये सिर्फ इसी स्कूल की समस्या नहीं है. प्रदेश में ऐसे और भी स्कूल हैं. ऐसे स्कूलों का सर्वे कराया जाए.