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IAS News: IAS का छलका दर्द... जूनियर अधिकारी नहीं उठाते फोन नहीं, न करते हैं बात, परेशान होकर उठाया ऐसा कदम

IAS News: मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी अपने जूनियर अधिकारी से दुखी हैं. आईएएस अधिकारी के उनके कार्यालय में ही पदस्थ जूनियर अधिकारी उनकी सुनते नहीं है

IAS News: IAS का छलका दर्द... जूनियर अधिकारी नहीं उठाते फोन नहीं, न करते हैं बात, परेशान होकर उठाया ऐसा कदम
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By Neha Yadav

IAS News: मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी अपने जूनियर अधिकारी से दुखी हैं. आईएएस अधिकारी के उनके कार्यालय में ही पदस्थ जूनियर अधिकारी उनकी सुनते नहीं है. जिससे दुखी होकर उन्होंने नोटशीट लिख डाली. जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

जूनियर अधिकारी से दुखी हैं आईएएस

दरअसल, यह पूरा मामला स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शिक्षा केन्द्र का है. 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हरजिंदर सिंह राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक पद पर तैनात है. इससे पहले आईएएस पशुपालन विभाग में अपर सचिव थे. जून माह में तबादला होकर राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक पद पर पदस्थ किये गये. आईएएस हरजिंदर सिंह का कहना है उनके विभाग में ही पदस्थ जूनियर अधिकारी फोन नहीं उठाते. नाही उनके कॉल का जवाब देते हैं. कई बार फोन भी बंद कर देते हैं.

परेशान होकर लिखा नोटशीट

इससे परेशान होकर आईएएस अधिकारी ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के सचिव, को संबोधित करते हुए नोटशीट लिखी है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रही है.

नोटशीट में अफसर ने लिखा है, "माननीय मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन, मान० मंत्री स्कूल शिक्षा, सचिव, स्कूल शिक्षा द्वारा सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी मुझसे विभागीय गतिविधियों के सुचारू संचालन के उद्देश्य पर चर्चा की जाती है उक्त चर्चा के संबंध में संबंधित गतिविधियों के संचालन की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने हेतु संबंधित कक्ष नियंत्रक / समन्वयकों को मेरे द्वारा मोबाइल लगाया जाता है ताकि संचालित गतिविधि की वास्तविक जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा सके.

मेरे लिए यह खेद का विषय है कि सार्वजनिक अवकाश के दिन मैं अपने कार्यालय के नियंत्रक - समन्वयकों को मोबाइल पर बात करना चाहता हूँ. लेकिन वो मोबाइल को स्वीच ऑफ कर लेते हैं. या रिसीब नहीं करते है. जिससे मैं संबंधित गतिविधि की वस्तु स्थिति से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा चाही गयी जानकारी उपलब्ध कराने में असमर्थ रहता हूँ. साथ ही मुझे काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.

जबकि कार्यालय द्वारा संचालित गतिविधियों के संचालन में मुझे सहयोग प्रदान करने का आप सभी एडी, जेडी नियंत्रक / समन्वयक का नैतिक दायित्व है. कृपया आप सभी को निर्देशित किया जाता है कि अपने कर्तव्यों / दायित्वों को पूर्ण निष्ठा के साथ सम्पन्न करें. अन्यथा की स्थिति में मुझे वैधानिक कार्यवाही करने पर मजबूर होना पड़ेगा. जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी.

कांग्रेस ने कसा तंज

अब इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार के.के. मिश्रा ने तंज कसा है. के.के. मिश्रा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "यह दस्तावेज मप्र राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक श्री हरविंदरसिंह जो स्वयं एक IAS अधिकारी हैं, का है. उनकी मार्मिक पीड़ा से उन्होंने मुख्यमंत्री जी, मुख्य सचिव और स्कूली शिक्षा मंत्री जी को भी अवगत कराया है ! वे कह रहे हैं अवकाश के दिन भी मुझे उच्चाधिकारियों को अपेक्षित जानकारी देनी होती है,अधीनस्थ अपना मोबाइल ही बंद कर रखते हैं ? फ़ोन अटेंड नहीं करते हैं ? सरकार जी, जब यह असहनीय दर्द एक IAS का है तो (बे) चारी जनता के हाल क्या होंगे ? क्या (सु) शासन,नवाचार, गुड गवर्नेंस की परिभाषा भी यही है .

Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

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