Gwalior News: हाथरस सत्संग हादसे में मध्यप्रदेश की महिला की मौत, 3 घायल, जानिये कैसे हुआ हादसा
Gwalior News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 2 दर्जन लोग अभी भी गंभीर घायल बताए जा रहे हैं, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है.
Gwalior News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 2 दर्जन लोग अभी भी गंभीर घायल बताए जा रहे हैं, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है. मृतकों में मध्य प्रदेश के ग्वालियर की एक महिला भी शामिल है. जबकि तीन महिलाएं घायल है.
हाथरस में मध्यप्रदेश के महिला की मौत
जानकारी के मुताबिक़, मंगलवार को हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के रतीभानपुर में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से भी चार महिलायें भी गयी थी. जिसमे रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह की मौत हो गयी है. जबकि 3 अन्य महिलाएं सुरक्षित है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर दुख व्यक्त किया है.
सीएम मोहन यादव ने जताया दुख
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा "उत्तर प्रदेश के हाथरस में कल सत्संग के दौरान भगदड़ में ग्वालियर की हमारी बहन रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर की कृपा से सत्संग में शामिल होने गई म.प्र. की 3 अन्य महिलाएं सकुशल हैं. हम स्थानीय पुलिस-प्रशासन से संपर्क में हैं. बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.।।ॐ शांति।।."
भगदड़ से 121 लोगों की मौत
बता दें, भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 2 दर्जन लोग अभी भी गंभीर घायल बताए जा रहे हैं. जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है. घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार सुबह हाथरस पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. सीएम योगी ने हाथरस पुलिस लाइन में अधिकारियों के साथ एक बैठक कर हालात का जायजा लिया.
सीएम योगी ने 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी
सीएम योगी ने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी. एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) और अलीगढ़ के आयुक्त के नेतृत्व में टीम गठित कर 24 घंटे में दुर्घटना के कारणों की जांच रिपोर्ट तलब की है.
सीएम योगी ने घटना पर राजनीति करने वाले दलों को भी फटकार लगाते हुए कहा, "इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी. यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है, पीड़ितों के प्रति संवेदना का है. सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा."
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है. मंगलवार को तीन से साढ़े तीन बजे के बीच ये पूरा घटनाक्रम बताया जा रहा है. जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ के अंदर ये पूरा हादसा घटित हुआ है. उन्होंने कहा कि स्थानीय आयोजकों ने गांव में भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया था और स्थानीय भक्तगण उसमें भाग ले रहे थे.
हादसे के बाद बाबा फरार
पुलिस ने 22 आयोजकों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है, लेकिन इसमें नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं है. हादसे के बाद से बाबा फरार बताए जा रहे हैं. मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इसमें घटना की जांच की मांग करते हुए जिम्मेदार लोगों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी की ओर से दाखिल इस याचिका में ऐसे समारोह के आयोजनों के लिए एक गाइडलाइन बनाने और घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में 5 सदस्यों की समिति से कराने की मांग की गई है.