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Devashish Jarariya: कांग्रेस को फिर झटका, देवाशीष जरारिया ने पार्टी से दिया इस्तीफा, टिकट नहीं मिलने से थे खफा

Devashish Jarariya: लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) के बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी देवाशीष जरारिया(Devashish Jararia) ने बुधवार को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.

Devashish Jarariya: कांग्रेस को फिर झटका, देवाशीष जरारिया ने पार्टी से दिया इस्तीफा, टिकट नहीं मिलने से थे खफा
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By Neha Yadav

Devashish Jarariya: लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) के बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी देवाशीष जरारिया(Devashish Jararia) ने बुधवार को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.

देवाशीष ने छोड़ा कांग्रेस

बुधवार सुबह देवाशीष जरारिया ने कांग्रेस को इस्तीफा पत्र सौपा. देवाशीष जरारिया सोशल मीडिया पर एक्स पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा " काफी सोच विचार के बाद आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से स्तीफा देता हूं. अब तक का सफर शानदार रहा, सभी सहयोगियों का आभार, यह केवल एक मोड़ है रास्ता बहुत लंबा है" बताया जा रहा है देवाशीष अब बसपा में शामिल हो सकता है.

टिकट नहीं मिलने से थे नाराज

बता दें साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने देवाशीष को भिंड से उम्मीदवार बनाया था. जिसमे 2 लाख से अधिक वोटो से देवाशीष को हार मिली थी. देवाशीष इस बार भी पार्टी से टिकट चाहते थे. लेकिन उनका टिकट काट कर पार्टी ने भांडेर विधायक फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार बनाया है.

लड़ कर मरेंगे: देवाशीष जरारिया

कांग्रेस से इस्तीफा देने पर देवाशीष जरारिया ने कहा "मैं तो धैर्य ही रखा था भाई जी, टिकट केवल वजह होती तो कटने के तत्काल बाद स्तीफा दे दिया होता. बल्कि बीच चुनाव 35 दिन तक चुपचाप न बैठा होता, मैंने तो पार्टी में बाद में एक स्थान मांगा था जिससे मान सम्मान के साथ कार्य कर सकू वो नही किया. 35 दिन में प्रत्याशी ने एक बार बात तक नही की नामांकन तक मे मुझे नही बुलाया. हो सकता है आपके लिए यह 35 दिन सामान्य दिन हो मेरे लिए यह 35 दिन जीवन के सबसे कठिन दिन रहे. मुझे राजनैतिक रूप से समाप्त किया जा रहा था, कोई सुनने वाला नही था. तो यह निर्णय लेना पड़ा. मैंने यह निर्णय स्वयं नही लिया है बल्कि मजबूर किया गया है. अगर मरना ही लिखा है तो लड़ कर मरेंगे.



Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

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