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तेल माफियाओं के लिए स्वर्ग बन गया है कोरबा …… दादागिरी ऐसी कि…खुलेआम बोलता है गुंडा, मेरी तो पुलिस से है सेटिंग…. इंडियन आयल के डिपो से निकले वाले टैंकर से हर दिन हो रहा है लाखों का तेल पार….

तेल माफियाओं के लिए स्वर्ग बन गया है कोरबा …… दादागिरी ऐसी कि…खुलेआम बोलता है गुंडा, मेरी तो पुलिस से है सेटिंग…. इंडियन आयल के डिपो से निकले वाले टैंकर से हर दिन हो रहा है लाखों का तेल पार….
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By NPG News

कोरबा 4 जुलाई 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में कहा था “माफियाराज” छत्तीसगढ़ में बर्दाश्त नहीं होगा। …लेकिन जब खाकी ही माफियाओं पर मेहरबान बन जाये….गुंडों और गुर्गों को खाकी के पीछे छुपने का ठिकाना मिल जाये और हथकड़ी से जकड़े हाथों से वर्दी की जेबें गरम होने लगे…तो फिर काहे को माफियाराज पर पाबंदी और किस बात की अपराधियों पर नकेल। मामला कोरबा का है, जो कोयला चोरी के लिए तो पहले से ही बदनाम रहा है…और उसके दामन पर डीजल-पेट्रोल चोरी का भी दाग लग रहा है।

दरअसल कोरबा में इंडियन आयल के डिपो से डीजल और पेट्रोल लेकर निकलने वाले टैंकरो से खुलेआम तेल निकाला जा रहा है। कमाल की बात ये है कि ये काला कारनामा रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में होता है। कमाल की बात ये है कि इस दौरान माफियाओं की खुलेआम मनमानी भी नजर आती है। वो तो खुलेआम करते हैं कि मेरी पुलिस से सेटिंग है, जो करना है, जिसे करना है कर ले।

गौरतलब है कि भारत सरकार की महारत्न कंपनियों में सुमार इंडियन आयल कार्पोशन का टर्मिनल कोरबा में भी संचालित है। इस डिपो से रोजाना सैकड़ो टैंकरा में डीजल और पेट्रोल की रिफलिंग कर प्रदेश के साथ ही अन्य प्रांतोे में पंपो के लिए गाड़ियों को बकायदा सील कर रवाना किया जाता है। लेकिन कोरबा के आयल डिपो से निकलने वाले टैंकरो पर तेल माफियाओं की नजर लग गयी है। दरअसल दर्री थाना क्षेत्र के गोपालपुर में इंडियन आयल के टर्मिनल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर ही मेन रोड पर डीजल माफियाओं ने यार्ड स्थापित कर रखा है।

इस यार्ड में इंडियन आयल के डिपो से फयूल लेकर निकलने वाले टैंकरो से रात के अधेंरे में नही बल्कि दिन के उजाले में डीजल और पेट्रोल की खुलेआम चोरी कर तेल का खेल किया जा रहा है। तेल के इस खेल की हकीकत जानने के प्रयास में जब इस पूरे गेम के मास्टर माइंड और सरगना पवन अग्रवाल से संपर्क किया गया तो कई चैकाने वाले खुलासे छिपे हुए कैमरे में रिकार्ड हुए…….और इस पूरे कारोबार में स्थानीय दर्री पुलिस और कुछ अफसरों का विशेष संरक्षण प्राप्त होने की बात सामने आई है।

सरगना पवन अग्रवाल की बातो को माने तो पहले भिलाई का बबली गैंग इस कारोबार को कोरबा में आपरेट करता था। लेकिन पैसों की डील को लेकर पुलिस से अनबन होने के बाद बबली गैंग ने कोरबा छोड़ दिया, और फिर पवन अग्रवाल के गैंग को डीजल चोरी के कारोबार में पुलिस के कुछ अफसरो ने स्थापित किया है। पवन अग्रवाल नेे स्टिंग आपरेशन के वीडियो में इस बात का भी खुलासा करते दिख रहा है कि पुलिस से बातचीत पूरी हो गयी है, लेकिन कोरबा के पाली और चोटिया में भी टैंकरो से डीजल चोरी होने के कारण उनका काम बड़े पैमाने पर नही फैल पाया है……जिसके कारण पुलिस का रेट अभी फाईनल नही किया जा सका है। वही दूसरे क्षेत्रो में चल रहे डीजल की चोरी को बंद कराने में स्थानीय पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ते हुए सिर्फ अपने थाना क्षेत्र में ही संरक्षण देने की बात कह रहे है।

पवन अग्रवाल के इस स्टिंग विडियो के सामने आने के बाद एक बार फिर कोरबा पुलिस की खाकी पर अवैध कामों को संरक्षण देने का दाग लगता नज़र आ रहा है। वही इस पूरे मामले पर कोरबा एस.पी.अभिषेक मीणा ने मामले की जानकारी होते ही सख्ती दिखाई है। कोरबा एस.पी ने दर्री सीएसपी खोमन सिन्हा को मामले की जांच की जवाबदारी सौपते हुए इस मामले में लिप्त लोगों के साथ ही डिपार्टमेंट के किसी भी व्यक्ति की इन्वाल्मेंट होने पर सख्त कार्रवाई की बात कही है। गौरतलब है कि सूबे के मुखिया भूपेश बघेल के कानून राज के दावे की पोल कोरबा में व्याप्त माफिया राज ने खोल दी है। ऐसे में गौर करने वाली बात ये भी होगी कि प्रदेश सरकार इस सनसनीखेज मामले पर किस तरह का एक्शन लेती है, ये भी देखने वाली बात होगी। वही दूसरी तरफ पुलिस इस पूरे मामले पर किस तरह की कार्रवाई कर खाकी पर लगे दाग को मिटाती है, ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।

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