राजधानी में हत्या कर लाश को जलाया: जीजा के साथ मिलकर भाई को उतारा था मौत के घाट, फिर श्मशान घाट पहुंचकर जलाने लगा…जब पुलिस ने पकड़ा तो बोला- भाभी…
रायपुर 21 जुलाई 2021। राजधानी के मारवाड़ी श्मशान घाट में हत्या कर शव को जलाने के आरोप में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक मृतक के बुआ का लड़का है तो दूसरा आरोपी का जीजा है। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में जो खुलासा किया है, उसे सुनकर पुलिस भी सख्ते में है। दोनों आरोपी इस पूरी घटना को एक थ्रिलर मूवी की तरह अंजाम दिये थे। आरोपियों ने पहले मृतक को जमकर शराब पिलाई फिर जब वो नशे में मदहोश हो कर सो गया तो नींद में ही गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।
घटना के बाद दोनों आरोपी लाश को बोरे में भरकर चोरी छिपे श्मशान घाट में जला रहे थे, तभी आसपास के लोगों ने उन्हें देख लिया। तब जाकर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। पकड़े गए आरोपियों में मुख्य आरोपी वेदकरण साहू मृतक के बुआ का लड़का और दूसरा आरोपी टीकाराम साहू है जो वेदकरण का जीजा है। वहीं मृतक का नाम कमलेश साहू था जो खमतराई के बंजारी का रहने वाला था।
ये था पूरा मामला… हत्या की सच्चाई जान पुलिस भी रह गई हैरान…
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, बंजारी खमतराई निवासी मृतक कमलेश साहू हर दिन अपनी बीबी और मां से शराब के नशे में विवाद करता था। विवाद की वजह से ही कुछ दिनों पहले ही उसका फुफेरा भाई वेदकरण साहू समझाने के लिए उसके घर खमतराई गया था। इस दौरान कमलेश ने उसके साथ मारपीट की। इस बात से नाराज वेदकराण बदला लेने के लिए हत्या करने की योजना बना डाली। वेदकरण ने पूरी प्लानिंग के साथ अपने घर रायपुरा से मंगलवार को मृतक के घर पहुंचा। साथ में चंदखुरी के नगपुरा निवासी अपने जीजा टीकाराम साहू को भी बुलाया। तीनों ने रात में जमकर शराब पी। शराब पीने के बाद तीनों सो गये। रात ढे़ड बजे उठकर वेदकरण साहू अपने जीजा के साथ मिलकर कमलेश की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश को बोरे में भरकर उसे रात ढ़ाई बजे टीकाराम के घर नगपुरा ले गये। इसके बाद सुबह टीकाराम ने अपने गांव के ही परिचित जो मारवाड़ी श्मशान घाट में केयर टेकर हैं, उसे फोन लगाकर कहा कि, एक व्यक्ति की मौत हो गयी है उसे जलाना है। जिसके बाद सुबह 11 बजे दोनों आरोपी लाश को बोरे में भर कर उसे जलाने के लिए अपने साथ मारवाड़ी श्मशान घाट ले गये। चुकिं जब भी कोई व्याक्ति कार से श्मशान घाट आता हैं तो कार को गेट के अंदर ले जाने की अनुमति उसे नहीं होती, लेकिन आरोपियों ने कार को सीधे अंदर ले आये। इसके बाद बोरी से शव को निकालकर जलाने लगे। इस दौरान आरोपियों की संदिग्ध गतिविधिया देखकर श्मशान घाट के आसपास के रहने वाले लोगांे को संदेह हुआ, जिसके बाद इसकी जानकारी इलाके के पार्षद को दी गई। पार्षद के पहुंचने पर दोनों आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, तभी लोगों ने दोनों आरोपियों को पकड़कर इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी थी।
घंटो पूछताछ के दौरान पुलिस को करते रहे गुमराह
दोनों आरोपियों को दोपहर में कोतवाली थाने लाया गया था। यहां पर पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो कई घंटो तक गोलमोल जवाब देकर गुमराह करते रहे। कभी आपसी विवाद तो कभी जमीन विवाद तो कभी कुछ और बताकर गुमराह करते रहे। पुलिस ने जब कढाई से पूछताछ की तो दोनों आरोपी टूट गये और हत्या करने की असली वजह बताई। इसके बाद आरोपियों ने जो खुलासा किया उसे सुनकर पुलिस के भी भी होश उड़ गये।
कुछ और आरोपी भी हो सकते हैं गिरफ्तार
पूछताछ में कुछ और आरोपी के शामिल होने की जानकारी सामने आयी है। फिलहाल कोतवाली पुलिस और मंदिर हसौद पुलिस आरोपियों से पूछताछ में लगी है। जल्द ही और आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया जाएगे।