What heals flu faster : लाख जतन के बाद भी हो गए बीमार ... तो फिर ये खाएं और ये नहीं, सर्दी-खांसी, बुखार हो जायेगा छूमंतर
What heals flu faster : ऐसे मौसम में दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय और खानपान में भी ध्यान देना जरूरी होता है.

What heals flu faster : अचानक तेज धूप फिर बारिश मौसम की आंख में चोली का खेल जैसे बंद ही नहीं हो रहा है. तेज बारिश, फिर धूप फिर उमस... इन सबके चलते सर्दी बुखार और खांसी अभी हर घर आम समस्या बन गई है. ऐसे मौसम में दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय और खानपान में भी ध्यान देना जरूरी होता है.
इस दौरान बुखार, खांसी, जुकाम, गले में खराश, बंद नाक, नाक बहना, सिरदर्द, बदन दर्द, उल्टी, डायरिया जैसी दिक्कतें बहुत ज्यादा होती हैं। ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं की अगर लाख जतन के बाद भी आपकी तबियत बिगड़ चुकी है तो क्या खाये और क्या नहीं.
फ्लू में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?
उड़द की इडली
इडली एक मशहूर डिश है, जिसे फर्मेंट करके बनाया जाता है। यह उड़द दाल से बनाई जाती है, जिसे पचाना भारी होता है। जो खाद्य पदार्थ फर्मेंट करके बनाए जाते हैं वो हमारे पाचन तंत्र की आग और इम्यूनिटी के लिए अच्छे नहीं होते हैं।
दही
कोई भी डेयरी प्रॉडक्ट शरीर के लिए भारी होता है। खासतौर से दही पचाने में भारी होती है और चैनल को बंद कर देती है। यह कफ और पित्त को बढ़ाती है, इसलिए फ्लू में इसे खाने से बचना चाहिए।
ठंडे फल
ठंडे और खट्ठे फलों में विटामिन सी होता है। लेकिन जब आपकी अग्नि कमजोर हो तो ऐसे फल खाने से इसे और नुकसान पहुंचता है और आप बीमारी से जल्दी नहीं उबर पाते हैं।
फ्लू में क्या खाना चाहिए ?
हल्के, गर्म और अच्छी तरह ताजा पका हुआ खाना खाएं, जिसमें जीरा, सोंठ जैसे मसालों का इस्तेमाल किया गया हो। खाने में लाल चावल, मूंग दाल, जौ और चने की दाल का इस्तेमाल करें। इनसे सूप, खिचड़ी और मांड बना सकते हैं।
हल्दी दूध
एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पिएं। इससे बंद नाक और गले की खराश में आराम मिलता है। नाक से पानी बहना बंद हो जाता है।
तुलसी का सेवन
जुकाम में तुलसी अमृत के समान होती है। खांसी और जुकाम होने पर 8 से 10 पत्तियों को पीसकर पानी में डालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को पिएं।
मेथी और अलसी
मेथी और अलसी को 4-5 ग्राम की मात्रा में लेकर एक गिलास पानी में उबालें। जब अच्छी तरह उबल जाए, तब इसकी 4-4 बूंदें दोनों नाक में डालें। इससे जुकाम में आराम मिलता है।
हल्दी और अजवायन
10 ग्राम हल्दी और 10 ग्राम अजवायन को एक कप पानी में डालकर पकाएं। जब पानी आधा रह जाए, तब इसमें थोड़ा-सा गुड़ मिलाकर पिएं। इससे जुकाम में तुरंत आराम मिलता है, और नाक से पानी बहना कम हो जाता है।
काली मिर्च
काली मिर्च के चूर्ण को शहद के साथ चाटने से जुकाम से आराम मिलता है, और नाक से पानी बहना कम होता है साथ ही आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण और एक चम्मच मिश्री मिलाकर एक गिलास गर्म दूध के साथ दिन में दो बार पिएं।
सरसों का तेल
सोते समय दोनों नाक के दोनों छिद्र में 2-2 बूंदे बादाम रोगन या सरसों के तेल की डालकर सोएं। इससे नाक का किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता।
अदरक
कफयुक्त खांसी में दूध में अदरक उबालकर पिएं। अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी जुकाम में आराम मिलता है। 1-2 अदरक के छोटे-टुकड़े, 2 काली मिर्च, 4 लौंग और 5-7 तुलसी की ताजी पत्तियां पीसकर एक गिलास पानी में उबालें। जब यह उबलकर आधा गिलास रह जाए, तब इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को देसी घी में भूनकर दिन में 3-4 बार पीसकर खाएं। इससे नाक से पानी बहने की समस्या से आराम मिलता है।
लहसुन
लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन नामक रसायन एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल होता है। यह सर्दी-जुकाम के संक्रमण को दूर करता है। इसके लिए 6-8 लहसुन की कलियों को घी में भूनकर खाएं।
गाय का घी
गाय के शुद्ध देसी घी को पिघलाकर दो बूंद सुबह नाक में डालें। ऐसा नियमित रूप से तीन महीने तक करें। इससे पुराना से पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है।
मुनक्का
8- 10 मुनक्कों को पानी में डालकर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तब मुनक्कों को निकालकर खाएं और पानी को पी लें। इससे बहती नाक की समस्या से आराम मिलता है।
