Falahari Badam Ka Halwa Recipe: नवरात्रि के छठें दिन मां कात्यायनी को भोग में चढ़ाएं बादाम का हलवा, जीत लेंगे माँ का दिल...
Falahari Badam Ka halwa Recipe: नवरात्रि के छठें दिन माँ कात्यायनी को आप भोग में बादाम के हलवे का भोग लगा सकते हैं। ये देवी कात्यायनी को बहुत भाता है। आप उन्हें इसका भोग लगाएं फिर इस पौष्टिक हलवे को बांटकर खाएं। बादाम का हलवा सर्दियों में ताकत बढ़ाने के लिए भी बहुत बढ़िया होता है। आप इसकी रेसिपी भोग बनाने के लिए सीखिए और फिर सर्दियों में भी ज़रूर बनाइए। यह महीने भर तक खराब नहीं होगा। दो चम्मच बादाम हलवे के बाद ऊपर से दूध पी लिया तो समझिए कि डबल फायदा। चलिए जानते हैं इस फलाहारी, हेल्दी और टेस्टी हलवे की रेसिपी...।
फलाहारी बादाम का हलवा बनाने के लिये हमें चाहिए
बादाम-250 ग्राम
फलाहारी आटा-2 टेबल स्पून
पानी-1/2 कप
शक्कर - 1/2 कप
घी-1 कप
केसर-8-10 धागे
फलाहारी बादाम का हलवा ऐसे बनाएं
1. बादाम का हलवा बनाने की तैयारी आपको एक रात पहले ही करनी है। बादाम को रात भर के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें।
2. अगले दिन सुबह इन्हें दो मिनट के लिए एक पैन में पानी समेत गर्म कर लें। इससे इनके छिलके निकालने में आसानी होगी।
3. अब इन्हें ठंडा कर लें। इसके बाद छिलके उतारकर इन्हें मिक्सी में बिना पानी के हल्का सा दरदरा पीस लें।
4. अब एक मोटे तले की कड़ाही में घी गर्म करें। घी मध्यम गर्म हो। अब इसमें फलाहारी आटा डालकर उसे 2 मिनट के लिए भून लीजिए।
5. अब इसमें पिसा बादाम डालिए और इसे भूनना शुरू कीजिए। आंच धीमी रहे वरना बादाम अच्छी तरह नहीं भुन पाएगा। धीमी आंच पर इसे धैर्य के साथ 20 से 25 मिनट भूनिए जिससे पिसे बादाम का सफेद सा रंग भी बादाम जैसा ही हो जाए।
6. इसी दौरान दूसरी तरफ पानी और शक्कर मिलाकर चिपचिपी चाशनी बना लीजिए। उसमें केसर के धागे डाल दीजिए और इसे एक तरफ रख दीजिए। जब बादाम भुन जाए तो चाशनी को उसमें पलट दीजिये और हलवे को भूनते रहिए। जब घी किनारे छोड़ने लगे तब आपका हलवा तैयार है।
7. आप चाहें तो इसमें ड्राई फ्रूट्स डाल सकते हैं वरना यह ऐसे भी बहुत अच्छा लगता है। बादाम के हलवे को मां कात्यायनी को अर्पित करें और परिजनों में बांटकर प्रेम से खाएं। बचा हुआ हलवा स्टोर करके रखें और अगले दिनों तक इसका आनंद लें।