UPSCExam: इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के लिए आवेदन शुरू, 232 पदों पर भर्ती हेतु परीक्षा ले रहा यूपीएससी...
UPSCExam: संघ लोक सेवा आयोग ने इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के 232 पदों पर भर्ती हेतु वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर को रखी गई है। वही 9 फरवरी 2025 को इसके लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
UPSCExam संघ लोक सेवा आयोग इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के 232 पदों पर भर्ती करने जा रहा है। इसके लिए यूपीएससी ने ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं। 8 अक्टूबर को इसकी अंतिम तिथि है। कोर ब्रांच से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए पात्र होंगे।
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी यूनियन सर्विस परीक्षा 2025 के नोटिफिकेशन के अनुसार 232 पद रिक्त हैं। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 8 अक्टूबर तक लिए जाएंगे। जिसके बाद 9 फरवरी 1925 को परीक्षा आयोजित की जाएगी। अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 1 जनवरी 2025 को न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों और महिलाओं को उम्र सीमा में नियमानुसार छूट दी जाएगी।
शैक्षणिक योग्यता
सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन विषय से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट करने वाले अभ्यर्थी एग्जाम के लिए इलिजीबल होंगे। दरअसल कोर ब्रांच से इंजीनियरिंग करने वाले अभ्यर्थियों के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
परीक्षा शुल्क
परीक्षा हेतु यूपीएससी ने सामान्य और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 200 रूपये परीक्षा शुल्क रखा गया है। जबकि महिला,एससी, एसटी और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए कोई परीक्षा शुल्क नहीं है। वे निशुल्क आवेदन दे सकते हैं।
कैसे भरे फॉर्म
इच्छुक उम्मीदवार पहले यूपीएससी की ऑफिशल वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाएं। यहां रजिस्ट्रेशन के ऊपर क्लिक करें। इसके बाद जरूरी जानकारी के जरिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करें। फिर आवेदन फॉर्म भरें और मांगे गए डॉक्युमेंट अपलोड कर फॉर्म सबमिट कर दे।
इन विभागों में मिलेगी नियुक्ति
चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति
आयुध निर्माणी रक्षा सेवा इंजीनियरिंग कोर,
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण,
सीमा सड़क इंजीनियरिंग सेवा,
केंद्रीय विद्युत एवं यांत्रिक सेवा,
सड़कों के लिए केंद्रीय इंजीनियरिंग, भारतीय रेल सेवा,भारतीय आपूर्ति सेवा,भारतीय नौसेना आयुध सेवा,केंद्रीय जल इंजीनियरिंग,
केंद्रीय विद्युत इंजीनियरिंग सेवा,
भारतीय सेना इंजीनियरिंग सेवा में की जाएगी।