CG Teacher Recruitment: शिक्षकों की भर्ती! व्यापम के व्यस्त शेड्यूल में उलझ गया 5000 शिक्षकों की भर्ती, अगले साल नवंबर के पहले संभावना नहीं, इसलिए क्योंकि....
CG Teacher Recruitment: छत्तीसगढ में 5000 शिक्षकों की भर्ती का मसला लटक गया है। चूकि व्यापम के इस साल के कैलेंडर में ये नहीं है, इसलिए मार्च 2026 से पहले प्रक्रिया शुरू होना असंभव है। हाई लेवल के हस्तक्षेप के बिना फिलहाल भर्ती होना मुश्किल दिख रहा।

CG Teacher Recruitment: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पिछले सुशासन तिहार के आखिरी चरण में धमतरी की सभा में 5000 शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया था। उसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी। मगर ड्रॉफ्ट तैयार करने और उसके अनुमोदन में टाईम लग गया। पिछले महीने स्कूल शिक्षा विभाग ने भर्ती के लिए व्यापम के परीक्षा नियंत्रक को लेटर भेजा मगर व्यापम चेयरमैन ने दो टूक कह दिया, भर्ती तत्काल नहीं हो पाएगी।
र्व्यापम चेयरमैन रेणु पिल्ले ने कहा कि व्यापम पर पहले से विभिन्न विभागों की भर्ती परीक्षाओं का लोड है। यह भी बताया गया कि व्यापम का कैलेंडर बन गया है। इसलिए, फिलहाल शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती। पता चला है, व्यापम के पास भर्ती परीक्षाओं की वेटिंग लंबी है। इसलिए नवंबर 2026 से पहले शिक्षक भर्ती की परीक्षा होना मुश्किल है।
अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि हाई लेवल के हस्तक्षेप के बाद ही व्यापम शिक्षक भर्ती परीक्षा लेने पर विचार कर सकता है। मगर सवाल उठता है, हस्तक्षेप करेगा कौन? व्यापम चेयरमैन रेणु पिल्ले काफी सख्त और तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी हैं। छत्तीसगढ़ की सबसे सीनियर आईएएस भी। लिहाजा, प्रेशर की बात तो दूर सिस्टम के लोग उनसे बात करने में भी घबराते हैं। इसलिए व्यापम जब तक कोई फैसला नहीं लेता, शिक्षक भर्ती के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
30 हजार शिक्षकों की होगी भर्ती
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की घोषणा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में पांच हजार शिक्षकों की नई भर्ती होगी। हालांकि, सरकार ने कहा है कि पूरे प्रदेश में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। मगर पहले चरण में पांच हजार नए शिक्षक भर्ती किए जाएंगे। इसके बाद फिर शिक्षकों की चरणबद्ध भर्तियां होंगी।
मापदंड का ड्राफ्ट
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों की भर्ती का मापदंड इस बार व्यवहारिक रखा गया है। जरूरत के हिसाब से पिछली भर्तियों के मापदंड से इस बार बदलाव किया गया है। याने ठोक बजाकर भर्ती का ड्राफ्ट तैयार किया गया है ताकि, कोई कानूनी अड़चन न लग पाए।
तीन साल बाद भर्ती
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की भर्ती तीन साल बाद होने जा रही है। पिछली सरकार में 14 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की घोषणा की गई थी। हालांकि, इतनी हो नहीं पाई। दस हजार के आसपास नए शिक्षक भर्ती किए गए। ये भर्तियां 2021 से लेकर 2023 तक चलती रहीं। इस तरह देखा जाए, तो करीब ढाई-तीन साल बाद सूबे में फिर शिक्षकों की भर्तियां होने जा रही हैं।
पिछली बार जैसी गलतियां नहीं
पिछली भर्ती में सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट रोक के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने बीएड डिग्री वालों को भी सहायक शिक्षकों के लिए आवेदन करने की छूट दे दी थी। इसके लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटिशन दायर कर दिया था। बीएड वाले शिक्षकों की नियुक्ति में यह लिख दिया गया कि उनकी भर्ती सुप्रीम कोर्ट के आदेश के दायरे में रहेगी। और, जिसका डर था, वहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की पुनर्विचार करने की पिटिशन खारिज कर दी। इसका नतीजा हुआ कि 2800 से अधिक सहायक शिक्षक सड़क पर आ गए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के चलते सभी को नौकरी से बाहर करना पड़ा। इसके बाद बीएड डिग्री वाले शिक्षकों का लंबा आंदोलन चला। थक-हार कर सरकार को फिर उनके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर फिर से भर्ती करनी पड़ी। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की इस बार कोशिश है कि इस तरह की कोई नौबत न आए।
