क्या कांग्रेस वित्तीय संकट में है ? :यूपी चुनाव में कांग्रेस से टिकट चाहिए तो आवेदन के साथ जमा कराना होगा 11000 रुपए का सहयोग शुल्क.. UP PCC ने जारी किया पत्र

लखनऊ,15 सितंबर 2021। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस अपने पुराने गढ़ को वापस पाने की पूरजोर क़वायद में हैं। कांग्रेस की तीन शीर्षस्थ नेताओं में एक प्रियंका गांधी जो राष्ट्रीय महासचिव भी हैं, उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस का सबसे बड़ा और प्रमुख चेहरा हैं। जातीय समीकरण के प्रति चकित करता समर्पण और धर्म के प्रति उन्माद की हद तक वाले इस प्रदेश में क़ानून व्यवस्था रोज़गार जैसे तमाम मुद्दे हैं और इन्हे लेकर रणनीति बन रही है। पर इन सबके बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी वह पत्र जो कि सभी ज़िला मुख्यालयों के ज़िला कार्यालयों में पहुँचा है वह यह संकेत दे रहा है कि कांग्रेस वित्तीय संकट से जूझ रही है, और इससे निपटने की राह विधायकी टिकट चाहने वालों से निकालने की क़वायद में है।
यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधासक अजय कुमार लल्लू ने पत्र जारी कर व्यवस्था जारी की है
”उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने वाले आवेदकों को आवेदन के साथ 11,000 का सहयोग शुल्क 25, सितंबर तक जमा कराना होगा।इसके लिए RTGS डिमांड ड्राफ़्ट अथवा पे ऑर्डर का उपयोग भी किया जा सकता है”
उल्लेखनीय है कि यह व्यवस्था आवेदन देने के साथ ही प्रभावी होगी, याने आवेदक के लिए यह एक प्रकार से आवेदन शुल्क है, और इस शुल्क को अदा करने का यह मतलब क़तई नहीं है कि उसे टिकट मिल ही जाएगा, हाँ यह जरुर है कि इस शुल्क के साथ आवेदन जमा होने पर वह आवेदन विचारार्थ समिति के पास जरुर पहुँच जाएगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा
”पहला तो यह संशोधन करिए कि यह शुल्क नहीं है,यह सहयोग राशि है, अब संगठन है, चुनाव का दौर है कई कार्यक्रम हैं होते हैं होंगे ही.. यह सहयोग राशि उपयोग में आएगी, इसका अर्थ संगठन के धनाभाव से निकालना सही नहीं है ”
यूपी पीसीसी चीफ़ अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा
” दूसरे दल पचास हज़ार से लेकर दो लाख लेते हैं बस पत्र जारी नहीं करते पर हम तो पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं.. जो छूप कर पैसे लेते हैं उनकी चर्चा नही.. हम पारदर्शिता से कर रहे हैं तो चर्चा है”