Jews Museum Shooting: अमेरिका में सरेआम हत्या! वाशिंगटन डीसी में इसरायली एम्बेसी के 2 कर्मचारियों को गोलियों से भुना
US Crime News Hindi: दुनिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली राजधानी वॉशिंगटन डीसी बुधवार की शाम गोलियों की आवाज़ से दहल उठी। इस बार निशाना बने इजरायली दूतावास के दो कर्मचारी थे, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

US Crime News Hindi: दुनिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली राजधानी वॉशिंगटन डीसी बुधवार की शाम गोलियों की आवाज़ से दहल उठी। इस बार निशाना बने इजरायली दूतावास के दो कर्मचारी थे, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज वारदात राजधानी के बेहद संवेदनशील इलाके कैपिटल यहूदी म्यूजियम के पास हुई, जो FBI के वॉशिंगटन फील्ड ऑफिस से सिर्फ कुछ कदमों की दूरी पर है।
गौरतलब है कि दोनों कर्मचारी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जब अचानक हमलावर ने बेहद नजदीक से उन पर गोलियां चला दीं। हमले के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और हमलावर फरार हो गया। अमेरिका के सुरक्षा तंत्र पर ये एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो गया है।
इसरायली एम्बेसी ने दिया ऑफिसियल स्टेटमेंट
इजरायली दूतावास के प्रवक्ता ताल नैम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमला उस वक्त हुआ जब दोनों कर्मचारी म्यूजियम में आयोजित एक कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा, “हमें अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर पूरा भरोसा है कि वे दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ेंगी और यहूदी समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।”
FBI चीफ ने क्या कहा?
FBI के निदेशक काश पटेल ने भी इस वारदात को गंभीरता से लेते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा, “हमारी टीम को वॉशिंगटन में गोलीबारी की सूचना मिलते ही सक्रिय कर दिया गया है। फिलहाल हम विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं और हर एंगल से जांच जारी है।” साथ ही उन्होंने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और पीड़ितों व उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने की अपील की।
इजरायल ने बताया यहूदी विरोधी आतंक
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने इस हमले को यहूदी विरोधी आतंकवाद करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ इजरायली प्रतिनिधियों पर हमला नहीं, बल्कि पूरी यहूदी पहचान पर एक घातक वार है। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल दुनियाभर में अपने नागरिकों और प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा।
क्या वाशिंगटन अब सुरक्षित नहीं रहा?
इस हमले ने अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस जगह यह हमला हुआ वह FBI जैसे हाई-सिक्योरिटी संस्थान के बेहद पास है। फिर भी इतनी घातक वारदात का अंजाम दिया जाना चौंकाता है। क्या अब वॉशिंगटन भी वैश्विक नफरत और आतंक के जाल में उलझता जा रहा है?
अमेरिका को देना होगा जवाब
यह वारदात सिर्फ दो लोगों की हत्या नहीं है, यह एक प्रतीकात्मक हमला है उस भरोसे पर जो दुनिया अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था पर करती आई है। अब अमेरिका को जवाब देना होगा—अपने नागरिकों को भी, और अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों को भी। क्योंकि अगर वॉशिंगटन डीसी सुरक्षित नहीं है, तो फिर दुनिया में कौन सुरक्षित है?