Begin typing your search above and press return to search.
Minuteman 3 Test: परमाणु खतरे की आहट! अमेरिका ने दागी मिनटमैन-3 ICBM, 6,700 किमी दूर साधा लक्ष्य, दुनिया में मचा हड़कंप, जानिए क्या है इसका जियोपॉलिटिकल इम्पैक्ट?
Minuteman 3 Test: अमेरिका ने कैलिफोर्निया से मिनटमैन-III इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस ICBM ने 6,700 किमी की दूरी तय कर लक्ष्य साधा...

Minuteman 3 Test: अमेरिका ने एक बार फिर अपनी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) मिनटमैन-III का सफल परीक्षण किया है। कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से दागी गई यह मिसाइल करीब 6,700 किलोमीटर दूर अपने लक्ष्य तक पहुंची।
क्या है ये मिसाइल?
मिनटमैन-III अमेरिका की सबसे पुरानी लेकिन भरोसेमंद मिसाइल है। इसे ज़मीन से छोड़ा जाता है और यह कुछ ही मिनटों में परमाणु वार करने की क्षमता रखती है। तीन-स्टेज सॉलिड-फ्यूल इंजन और मल्टी-वारहेड सिस्टम इसे बेहद खतरनाक बनाते हैं यानी एक साथ तीन अलग-अलग जगहों पर वार कर सकती है।
इस बार क्या नया हुआ?
इस बार की खासियत रही कि मिसाइल को Mark-21 हाई-फिडेलिटी री-एंट्री व्हीकल से लैस किया गया। इससे टार्गेट हिट की सटीकता और राडार-डिफेंस से बचने की क्षमता दोनों बढ़ गईं। अमेरिकी एयरफोर्स ने कहा कि यह टेस्ट किसी देश के खिलाफ नहीं था, बल्कि सिस्टम की विश्वसनीयता जांचने के लिए रूटीन प्रक्रिया है।
पिछले टेस्ट से क्या फर्क है?
कुछ सप्ताह पहले अमेरिका ने इसी मिसाइल का GT-254 मिशन चलाया था जिसमें पूरे कमांड सिस्टम और रेडिनेस की जांच की गई थी। वहीं मौजूदा टेस्ट तकनीकी अपग्रेड पर केंद्रित था यानी वारहेड की री-एंट्री प्रिसिशन और इम्पैक्ट एनालिसिस पर।
Geopolitical Impact: क्यों बढ़ी दुनिया की चिंता
अमेरिका का यह टेस्ट ऐसे वक्त हुआ है जब रूस, चीन और उत्तर कोरिया अपने-अपने परमाणु कार्यक्रमों को तेज़ कर रहे हैं। रणनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह परीक्षण दुनिया को यह संदेश देता है कि अमेरिका “फुल रेडी मोड” में है और उसकी परमाणु निवारक क्षमता अब भी भरोसेमंद है।
रूस इस कदम को “शक्ति प्रदर्शन” मान सकता है, जबकि चीन इसे अपने “सेंट्रल थिएटर डिफेंस” पर दबाव के रूप में देखेगा। यानी इस टेस्ट ने एशिया-प्रशांत और यूरोप दोनों मोर्चों पर नए हथियार संतुलन की बहस को फिर से जगा दिया है।
Next Story
