Pahalgam Attack: पहलगाम हमले के बाद अमेरिका की बड़ी कार्रवाई: TRF को घोषित किया वैश्विक आतंकवादी संगठन, जानिए पहलगाम हमले से क्या है कनेक्शन?
TRF Vaishvik Antaki Sangathan Ghoshit: जम्मू कश्मिर के पहलगाम में अप्रैल 2025 में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने अब बड़ा और निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की सूची में डाल दिया है। यह कदम भारत पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तालमेल और आतंकवाद विरोधी साझेदारी की ऐतिहासिक मिसाल बन गया है।

TRF Vaishvik Antaki Sangathan Ghoshit: जम्मू कश्मिर के पहलगाम में अप्रैल 2025 में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने अब बड़ा और निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की सूची में डाल दिया है। यह कदम भारत पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तालमेल और आतंकवाद विरोधी साझेदारी की ऐतिहासिक मिसाल बन गया है।
डोनाल्ड ट्रंप की अपील का परिणाम
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्कों रुबियो (US Secretary of State Marco Rubio) ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा कि यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) की उस अपील का परिणाम है, जिसमें उन्होंने पहलगाम हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया था। द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने 22 अप्रैल को हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। रूबियो ने कहा कि ये हमला 2008 में मुंबई हमलों के बाद लश्कर की ओर से भारत में सबसे घातक हमला था।
TRF लश्कर ए तैयबा का एक मुखौटा संगठन
द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को लश्कर ए तैयबा का एक मुखौटा संगठन माना जाता है, जो आंतकवाद का नया चेहरा है। जहां आम नागरिकों की आड़ में आतंकी रहते हैं। भारत सरकार ने पहले ही 5 जनवरी 2023 को द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को आतंकी संगठन घोषित कर दिया था, लेकिन अमेरिका की यह पुष्टि अब अंतर्रष्ट्रीय स्तर पर द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) की वैध आतंकी पहचान बनाती है।
भारत की बहुस्तरीय कूटनीति की अहम भूमिका
इस फैसले के पीछे भारत की बहुस्तरीय कूटनीति की अहम भूमिका रही। विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने हाल ही में वाशिंगटन में क्वाड देशों की बैठक के दौरान द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के खतरे को प्रमुखता से उठाया था। साथ ही कांग्रेस नेता शशि थरूर (Congress leader Shashi Tharoor) के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी सांसदों को द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के नेटवर्क और पाकिस्तान से उसके संबंधों की जानकारी दी थी।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
भारत सरकार (Bharat Sarkar) ने इस निर्णय का जोरदार स्वागत करते हुए इसे आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में निर्णायक क्षण बताया। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित करना आतंकवाद के विरुद्ध भारत अमेरिका सहयोग को दर्शाता है और आतंकी संरचना को धवस्त करने की वैश्विक रणनीति का अहम हिस्सा है। बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि भारत, शून्य सहिष्णुता की नीति के तहत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखेगा और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसे संगठनों और उनके संरक्षकों को जवाबदेही ठहराया जाए।
