Thailand PM Paetongtarn Shinawatra: थाईलैंड की प्रधानमंत्री शिनावात्रा निलंबित! लीक कॉल से मचा सियासी भूचाल, जानिए क्या बोले जज?
Thailand PM Paetongtarn Shinawatra: थाईलैंड की संवैधानिक कोर्ट ने फोन कॉल लीक केस में प्रधानमंत्री शिनावात्रा को पद से निलंबित किया। जानिए अब कौन संभालेगा सत्ता की कमान?

Thailand PM Paetongtarn Shinawatra: थाईलैंड की राजनीति में उस समय भूचाल आ गया जब संवैधानिक कोर्ट ने प्रधानमंत्री पैंतोंगटार्न शिनावात्रा को पद से निलंबित कर दिया। मंगलवार को आए इस फैसले में कोर्ट ने 7-2 के बहुमत से यह निर्णय सुनाया, यह फैसला एक लीक हुई फोन कॉल के कारण आया था।
इस कॉल में शिनावात्रा ने थाई सेना के वरिष्ठ कमांडर की आलोचना करते हुए कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन से अनौपचारिक बातचीत की थी। अब जब तक कोर्ट अपना अंतिम निर्णय नहीं देता, तब तक वह पद पर नहीं रह सकेंगी।
विवादित कॉल से उठी राजनीतिक आँधी
पूरा मामला 15 जून को हुआ जब प्रधानमंत्री शिनावात्रा की 17 मिनट की फोन कॉल हुन सेन के साथ लीक हो गई। इस कॉल में उन्होंने हुन सेन को 'अंकल' कहकर संबोधित किया और थाई सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल बूनसिन पैडक्लांग की आलोचना की। कॉल में थाई-कंबोडिया सीमा विवाद पर भी निजी चर्चा की गई, जिसने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय संवेदनशीलता तक पहुंचा दिया। यह कॉल वायरल होते ही 36 रूढ़िवादी सीनेटरों ने इसे "प्रधानमंत्री पद की नैतिक गरिमा के खिलाफ" बताते हुए कोर्ट में याचिका दायर कर दी।
कोर्ट काआदेश
कोर्ट ने कहा, “न्यायाधीशों ने 7-2 के बहुमत से तय किया है कि प्रधानमंत्री शिनावात्रा को 1 जुलाई से उनके दायित्वों से निलंबित किया जाता है, जब तक अंतिम फैसला नहीं आ जाता।” इससे पहले भी थाई कोर्ट कई प्रधानमंत्रियों को हटाने का इतिहास रखती रही है।
राजनीतिक परिवार, फिर भी संकट में
शिनावात्रा का नाम थाईलैंड की सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों में गिना जाता है। वह पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की बेटी हैं और देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनीं, अपनी चाची यिंगलुक के बाद। उन्होंने ब्रिटेन और थाईलैंड में पढ़ाई की और 2021 में सक्रिय राजनीति में आईं। 2024 में उन्हें सांसदों का बहुमत मिलने के बाद प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया।
शिनावात्रा ने अगस्त 2024 में श्रेष्ठा थाविसिन की बर्खास्तगी के बाद प्रधानमंत्री पद संभाला था। थाविसिन को संवैधानिक अदालत ने एक वकील की गलत नियुक्ति के चलते हटा दिया था। अब शिनावात्रा खुद उसी कोर्ट की कार्रवाई की चपेट में हैं।
राजा का हस्तक्षेप और मंत्रिमंडल में फेरबदल
राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने हाल ही में मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल को मंजूरी दी, जिसमें कुछ मंत्रियों ने लीक कॉल विवाद के चलते इस्तीफा दे दिया। अब शिनावात्रा सरकार की कमान उप प्रधानमंत्री के हाथों में रहेगी, जो कार्यवाहक प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी निभाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि थाई कोर्ट शिनावात्रा के भविष्य पर क्या निर्णय सुनाती है। क्या एक और शिनावात्रा सत्ता से बाहर हो जाएंगी या वह इस संकट से बाहर निकलकर वापसी करेंगी?