Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में जैश ए मोहम्मद के चीफ आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गये, अजहर बोला- मैं भी मारा जाता तो अच्छा रहता...
Operation Sindoor: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक कर आतंकी और जश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के ठिकानों को उड़ा दिया है।

Operation Sindoor: नई दिल्ली। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी और जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। पाकिस्तान में छुपे आतंकियों के ठिकानो पर एयर स्ट्राइक की गई है। इस हमले में मोस्ट वांटेड मसूद अजहर के परिवार के 10 लोगों समेत कई आतंकी मारे गये है।
हमले की खबर सुनने के बाद मसूद अजहर बुरी तरह से टूट गया है और रोत-बिलखते हुये कह रहा है कि इस हमले में मैं भी मारा जाता तो अच्छा होता। बताया जा रहा है कि अजहर की बहन के साथ मौलाना कशाफ का पूरा परिवार भी मारा गया है।
मालूम हो कि देर रात भाारतीय सेना ने नो आतंकी ठिकानों पर मिसाइल दागी। हमले में जैश ए मोहम्मद का गढ़ पंजाब का वहावलपुर भी शामिल है। पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर जैश ए मोहम्मद का घर है। यह इलाका 400 किमी दूर स्थित है। आतंकी मौलाना अजहर का जन्म भी बहावलपुर में ही हुआ है।
भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को बताया कि सेना ने सटीक कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को उड़ाया है। खुफिया सूचना के बाद यह कार्रवाई की गई है। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के शिकार नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए किया गया। रात 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
सेना के सौर्य प्रदर्शन के बाद आज प्रधानमंत्री से मिलने के लिए देश के गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री आवास पहुंचे। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूदल है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 'X' पोस्ट पर लिखा-...
लिख चुके हैं फिर लिखेंगे बार-बार इतिहास में
होंगे शत्रु सदा विफल हमसे द्वन्द के प्रयास में
तुमने कहा “मोदी को बोलो” मृत्यु के उपहास में
अब सुनो हमारा गर्जन अपनी अंतिम साँस में
गौरवान्वित और भावुक महसूस करते हुए यह पंक्तियाँ पहलगाम की हर बहन को समर्पित कर रहा हूँ।