Lebanon Hezbollah Attack: लेबनान में इजरायल के हमलों में 492 लोगों की मौत, 400 घायल, हिजबुल्लाह ने किया पलटवार
Lebanon Hezbollah Attack: मध्य पूर्व में लेबनान और इजरायल के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को इजरायली सेना ने लेबनान में कई ठिकानों पर हमले किए, जिनमें 492 लोगों की मौत हो गई और 1,645 से अधिक लोग घायल हो गए।
Lebanon Hezbollah Attack: मध्य पूर्व में लेबनान और इजरायल के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को इजरायली सेना ने लेबनान में कई ठिकानों पर हमले किए, जिनमें 492 लोगों की मौत हो गई और 1,645 से अधिक लोग घायल हो गए। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इजरायली सेना द्वारा किए गए ये हमले हिजबुल्लाह के खिलाफ अभियान का हिस्सा हैं, जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है।
हिजबुल्लाह की जवाबी कार्रवाई
इजरायली हमलों के जवाब में हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल के कई शहरों जैसे हाइफा, अफुला और नाजरेथ पर 200 से अधिक रॉकेट दागे। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) के अनुसार, अधिकांश रॉकेटों को उसके आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने रोक दिया, जिससे इजरायल की ओर से कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। हालांकि, दोनों पक्षों में तनाव चरम पर है, और IDF ने लेबनान में और अधिक हमलों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
नेतन्याहू की चेतावनी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से लेबनान के नागरिकों को अपने घरों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इजरायली सेना का ऑपरेशन समाप्त होने के बाद ही लोग अपने घरों में वापस लौट सकते हैं।
लेबनान में पलायन जारी
इजरायली हमलों के चलते लेबनान के दक्षिणी कस्बों और गांवों से हजारों लोग राजधानी बेरूत की ओर पलायन कर रहे हैं। इस संघर्ष में मारे गए लोगों की संख्या 1975-1990 के गृहयुद्ध के बाद सबसे अधिक है। इस बीच, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन सेवाओं को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है।
लेबनान और इजरायल के बीच यह संघर्ष फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमलों के बाद शुरू हुआ था, जब हमास ने इजरायल में अचानक हमला कर कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी और राफा में बड़े पैमाने पर बमबारी की थी। हिजबुल्लाह का कहना है कि वह फिलिस्तीनियों की रक्षा के लिए इजरायल से संघर्ष कर रहा है। हाल के दिनों में हिजबुल्लाह के पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोटों ने इस संघर्ष को और तेज कर दिया है। यह संघर्ष अब तक का सबसे घातक साबित हो रहा है, जिससे लेबनान और इजरायल के बीच तनाव और हिंसा बढ़ने की आशंका है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट को लेकर गहरी चिंता जता रहा है।