International Space Station: तारों के बीच इंसानों का ठिकाना, स्पेस स्टेशन से कैसा दिखता है हमारा ग्रह, आप भी देख सकते हैं लाइव
कल्पना कीजिए कि आप हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगा रहे हैं। दिन में 16 बार सूर्योदय देख रहे हैं और खिड़की से झांकते ही पूरी पृथ्वी एक नीली-हरी चमकदार गेंद की तरह दिख रही है। यही है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी मानव द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष प्रयोगशाला है जो अपने आप में ही बेहद खास है।

International Space Station
International Space Station: कल्पना कीजिए कि आप हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगा रहे हैं। दिन में 16 बार सूर्योदय देख रहे हैं और खिड़की से झांकते ही पूरी पृथ्वी एक नीली-हरी चमकदार गेंद की तरह दिख रही है। यही है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी मानव द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष प्रयोगशाला है जो अपने आप में ही बेहद खास है।
क्या है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन?
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक कृत्रिम उपग्रह है जो पृथ्वी की निचली कक्षा में लगातार घूमता रहता है। जिसमें अमेरिका की नासा, रूस की रॉसकॉसमॉस, जापान की जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी, यूरोप की यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडा की कनाडा स्पेस एजेंसी जैसी स्पेस एजेंसियां शामिल हैं। इसे साल 1998 से बनाना शुरू किया गया था और आज यह एक फुटबॉल मैदान जितना बड़ा हो चुका है। जहां एक साथ 6 से 7 अंतरिक्ष यात्री रह सकते हैा इंंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में जीवविज्ञान, विज्ञान, तकनीक और भौतिकी से जुड़े प्रयोग करना है।
ISS कहां स्थित है?
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी से लगभग 408 किलोमीटर ऊपर पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक पूरा चक्कर लगाता है, यानी दिन भर में करीब 16 बार हमें ऐसी स्थिति देखने को मिलती है।
क्या ISS को लाइव देखा जा सकता है?
हां आप NASA की वेबसाइट और ISS Tracker जैसे ऐप्स के ज़रिए आप इसे लाइव भी देख सकते हैं कि आप यह देख सकते हैं कि अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी के ऊपर किस हिस्से से गुजर रहा है। इसके अलावा NASA के YouTube चैनल और वेबसाइट से ISS से लाइव वीडियो फीड भी देखी जा सकती है, जिसमें कभी-कभी खिड़की से दिखती पृथ्वी भी नजर आती है।
कितना बड़ा है स्पेस स्टेशन?
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का आकार लगभग एक फुटबॉल मैदान जितना बड़ा है। इसकी लंबाई 109 मीटर और चौड़ाई करीब 73 मीटर है। यह 420 टन से ज़्यादा वजनी है। स्पेस स्टेशन में एक साथ 6 से 7 अंतरिक्ष यात्री रह सकते हैं। इसका निर्माण 1998 से जारी था और ये स्टेशन अब तक का सबसे महंगा और जटिल स्पेस प्रोजेक्ट है।
अंतरिक्ष से कैसी दिखती है पृथ्वी?
ISS से जब अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी की ओर देखते हैं तो उन्हें एक नीली, चमकती, बादलों से ढकी एक जीवित दुनिया दिखाई देती है और रात के समय शहरों की रोशनी, बिजली की चमक और कभी-कभी आंधी-तूफान के दृश्य काफी रोमांचक दिखाई देते हैं। ISS से जब कोई अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी की ओर देखता है, तो उसे नीली रोशनी में चमकता हुआ एक ग्रह दिखाई देता है। बादलों से ढके विशाल महासागर और रात में जगमगाते शहर एक अलग ही अनुभव प्रदान करते हैं। यहां से तूफानों की बिजली की चमक भी साफ नजर आती है। अंतरिक्ष यात्री जब पृथ्वी को ऊपर से देखते हैं, तो उन्हें धरती पर कोई बॉर्डर नहीं दिखाई देता। उनके मुताबिक यह सिर्फ एक ग्रह है, एक घर, जहां सब साथ रहते हैं।