India-Canada Relationship: कनाडाई सरकार का दावा, कहा-दिल्ली से कई कर्मचारियों को निकाला
India-Canada Relationship: कनाडा ने भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच नई दिल्ली में अपने उच्चायोग से कुछ निचले स्तर के राजनयिक कर्मचारियों को कुआलालंपुर और सिंगापुर में स्थानांतरित करने की पुष्टि की है।
India-Canada Relationship: कनाडा ने भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच नई दिल्ली में अपने उच्चायोग से कुछ निचले स्तर के राजनयिक कर्मचारियों को कुआलालंपुर और सिंगापुर में स्थानांतरित करने की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार निकासी पिछले कई हफ्तों में हुई। हालांकि, दिल्ली से कर्मचारियों को निकालने पर कनाडाई सरकार द्वारा कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
लेकिन, सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन से पुष्टि की कि निचले स्तर के राजनयिक कर्मचारियों को दिल्ली से मलेशिया और सिंगापुर में स्थानांतरित कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि दिल्ली से राजनयिक कर्मचारियों को स्थानांतरित करने का फैसला इस सप्ताह कनाडा द्वारा अपने राजनयिक पदचिह्न को कम करने की भारत की मांग से सीधे तौर पर संबंधित नहीं था।
भारत ने प्रत्येक देश में कर्मचारियों में समानता लाने के लिए कनाडा को भारत में अपने 41 राजनयिक कर्मचारियों को निकालने के लिए 10 अक्टूबर की समय सीमा दी है। इसमें समय सीमा से अधिक रुकने वालों को कोई राजनयिक छूट नहीं देने की धमकी दी गई है।
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर को हाउस ऑफ कॉमन्स में भारत सरकार के एजेंटों और खालिस्तान समर्थक सिख कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध होने का आरोप लगाया था। इसके बाद कनाडा-भारत संबंधों में गिरावट आई। निज्जर आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने और कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह का नेतृत्व करने के लिए भारत में वांछित था। उसकी जून में ब्रिटिश कोलंबिया में सरे गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मार दी गई थी।