Hardeep Singh Nijjar Death Allegation: कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारत का बताया हाथ, राजनयिक को निष्कासित किया, भारत बोला- बेबुनियाद आरोप
Hardeep Singh Nijjar Death Allegation: कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत के एक शीर्ष राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित कर दिया है। कनाडाई सरकार ने भारत पर निज्जर की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया है।
Hardeep Singh Nijjar Death Allegation: कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत के एक शीर्ष राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित कर दिया है। कनाडाई सरकार ने भारत पर निज्जर की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा के लगाए सभी आरोपों को खारिज किया है। मंत्रालय ने अपने बयान में कनाडा के आरोपों को बेतुका और प्रेरित करार दिया। भारत ने कनाडा के राजदूत को तलब भी किया है।
ये है निज्जर की हत्या का मामला
19 जून को खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की वैंकूवर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर को भारत ने आतंकवादी घोषित किया हुआ था और वह भारत विरोधी गतिविधियों और हिंसक घटनाओं में शामिल था। उसके आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से भी संबंध थे। अब इस हत्याकांड में भारतीय सरकार की संलिप्तता का दावा करते हुए कनाडाई सरकार ने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक राय को निष्कासित कर दिया है।
कनाडाई PM ने भारत पर लगाए आरोप
सोमवार को कनाडाई संसद में प्रधानमंत्री मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के एजेंट हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कनाडाई एजेंसियां निज्जर की हत्या में भारत की साजिश की संभावनाओं की जांच कर रही हैं और भारतीय एजेंट्स और हत्या के बीच संभावित संबंधों के विश्वनीय आरोप हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिक की हत्या हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है।
ट्रूडो ने कहा, "मैंने G-20 शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस हत्या मामले की तह तक जाने के लिए वह कनाडा के साथ सहयोग करें।"
राजनयिक को निष्कासित?
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि अगर आरोप सच साबित होते हैं तो यह कनाडा की संप्रभुता और एक-दूसरे के साथ पेश आने के बुनियादी नियम का बड़ा उल्लंघन होगा, इसलिए हमने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक राय को निष्कासित कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रूडो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के समक्ष भी मामले को उठा चुके हैं और निष्कासित राजनयिक कनाडा में भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW) का प्रमुख है।
भारत ने आरोपों पर क्या कहा?
भारत सरकार ने कनाडाई प्रधानमंत्री के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान भटकाने के लिए हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और वे भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं।" मंत्रालय ने कहा, "इन मामलों में भारत के लिए कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से चिंता का विषय रही है।"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ''कनाडा में हत्या, मानव तस्करी और संगठित अपराध जैसी गतिविधियों को फलने-फूलने देना कोई नई बात नहीं है। ऐसी गतिविधियों से भारत सरकार को जोड़ने की किसी भी कोशिश को हम खारिज करते हैं। मंत्रालय ने कहा, "हम कनाडा की सरकार से आग्रह करते हैं कि कनाडा की धरती से संचालित होने वाली भारत विरोधी गतिविधियों पर तत्काल और प्रभावी रूप से कानूनी कार्रवाई करे।"
हरदीप सिंह निज्जर मूल रूप से जालंधर के भर सिंह पुरा गांव का रहने वाला था। कनाडा जाने के बाद उसने प्लंबर का काम भी किया था। इसके बाद वह खालिस्तानियों के संपर्क में आ गया और धीरे-धीरे उसने कनाडा में खालिस्तान समर्थकों और नेताओं के बीच अपनी पैठ बना ली। भारत सरकार ने निज्जर को वांछित आतंकी घोषित करते हुए उस पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। वह कई भारत विरोधी हिंसक घटनाओं में शामिल था।