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Gaja Journalists Attack: 200 से ज्यादा पत्रकारों की मौत! इजराइल पत्रकारों को बता रहा आतंकवादी

Gaja Hamla: इजराइल और हमास के बीच लगातार युद्ध जारी है, इसी बीच इजराइल ने गाजा में पत्रकारों के टेंट को निशाना बनाया जिससे जाने-माने चैनल अल जजीरा के पत्रकार अनस अल शरीफ समेत 5 पत्रकारों की मौत हो गई, वहीं हमले की बात को मानते हुए इजराइल की सेना ने पत्रकार अनस अल शरीफ पर आतंकी होने का आरोप लगाया है.

5 पत्रकारों की मौत, 200 से ज्यादा गवां चुके हैं जान! इजराइल पत्रकारों बता रहा आतंकवादी
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By Anjali Vaishnav

Gaja Journalists Attack: इजराइल और हमास के बीच लगातार युद्ध जारी है, इसी बीच इजराइल ने गाजा में पत्रकारों के टेंट को निशाना बनाया जिससे जाने-माने चैनल अल जजीरा के पत्रकार अनस अल शरीफ समेत 5 पत्रकारों की मौत हो गई, वहीं हमले की बात को मानते हुए इजराइल की सेना ने पत्रकार अनस अल शरीफ पर आतंकी होने का आरोप लगाया है. वहीं एक तरफ अल जजीरा इसे लगातार पत्रकारों की अवाज दबाने की साजिश बता रहा है. साथ ही अब तक 200 से ज्यादा पत्रकारों के मारे जाने का भी दावा अल जजीरा ने किया है.

प्रेस कैंप को बनाया निशाना

गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाई ने एक बार फिर मीडिया को सीधे निशाने पर ले लिया है, गाजा में जारी संघर्ष के बीच इजराइल ने एक बार फिर हमला करते हुए प्रेस कैंप को निशाना बनाया, जिसमें अल-जजीरा के पांच पत्रकार मारे गए. इनमें अनस अल-शरीफ, मोहम्मद करीकेह, इब्राहिम जहीर, मोअमेन अलीवा और मोहम्मद नौफल के नाम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि ये सभी पत्रकार अल-शिफा अस्पताल के बाहर रिपोर्टिंग कर रहे थे.

आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने का लगाया आरोप

हमले के तुरंत बाद इजराइल सेना ने बयान जारी कर कहा कि अनस अल-शरीफ हमास से जुड़ा था और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है. इस बयान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है.

अल-जजीरा ने की रिपोर्ट की तारीफ

अल-जजीरा का कहना है कि अनस गाजा से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे थे और स्थानीय हालात को दुनिया तक पहुंचा रहे थे. उनकी अंतिम सोशल मीडिया पोस्ट में भी खतरे की ओर इशारा किया गया था जिसमें लगातार इजराइल की तरफ से हमले किए जा रहे थे. पत्रकार संगठनों ने इस हमले को लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है. CPJ और फलस्तीनी पत्रकार संघ ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.बताया जा रहा है कि गाजा में लगातार पत्रकारों को लेकर सुरक्षा की मांग की जा रही थी. दावा किया जा रहा है कि अब तक गाजा में युद्ध के दौरान मारे गए पत्रकारों की संख्या 200 के करीब पहुंच चुकी है.

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