सना, 1 जनवरी। यमन के हौथी समूह ने कहा है कि उसके 10 लड़ाके लाल सागर में अमेरिकी नौसैनिक बलों द्वारा मारे गए, जब वे अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक वाणिज्यिक जहाज का अपहरण करने की कोशिश कर रहे थे।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हौथी सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने रविवार को समूह के अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित एक बयान में कहा कि अमेरिकी सेना ने हौथी विद्रोहियों की तीन नौकाओं पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि विद्रोही फिलिस्तीनी लोगों के प्रति एकजुटता और समर्थन में इजरायल से संबंधित जहाजों को लाल सागर से गुजरने से रोकने के लिए अपने मानवीय और नैतिक कर्तव्य का पालन कर रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका इस अपराध के परिणाम भुगत रहा है और "इजरायली जहाजों की सुरक्षा के लिए लाल सागर में सैन्य गतिविधियां यमन (हौथी मिलिशिया) को फिलिस्तीन और गाजा के समर्थन में अपना मानवीय कर्तव्य निभाने से नहीं रोक सकतीं।
हौथी अधिकारी ने यह भी कहा कि विद्रोही समूह ने मालवाहक जहाज को मिसाइलों से निशाना बनाया।
इससे पहले रविवार को, यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि उसके नौसैनिक बलों ने लाल सागर में एक व्यापारी नाव से हौथी हमले की सूचना मिलने पर कार्रवाई की। इसमें तीन हौथी नौकाएं डूब गईं और उनके सभी चालक मारे गए।
यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, सिंगापुर के झंडे वाले "कंटेनर जहाज मार्सक हांग्जो ने 24 घंटे से भी कम समय में दूसरी संकट कॉल जारी की, इसमें ईरान समर्थित चार हौथी छोटी नौकाओं द्वारा हमला किए जाने की सूचना दी गई।"
इसमें कहा गया है, हौथी उग्रवादियों ने जहाज के 20 मीटर के भीतर पहुंचकर मार्स्क हांग्जो पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की और जहाज पर चढ़ने का प्रयास किया। अमेरिका की जवाबी कार्रवाई में तीन नौकाएं डूब गईं और उसमें सवार सभी मारे गए, जबकि एक नौका भाग गई।