भारत को मिला एक और पदक : बजरंग पुनिया ने दिलाया देश को एक और पदक…. कुश्ती में जीता कांस्य पदक …पिता से विरासत में मिली कुश्ती
टोकियो 7 अगस्त 2021। टोक्यो ओलंपिक में भारत को बजरंग पुनिया ने एक और ब्रॉन्ज मेडल दिलवाया है. कुश्ती में पुनिया ने कजाकिस्तान के रेसलर डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से पराजित किया. इस तरह भारत को टोक्यो ओलंपिक में अब तक कुल छह मेडल मिल चुके हैं. बजरंग पुनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को झज्जर जिले के खुड्डन गांव में हुआ था. बजरंग को कुश्ती विरासत में मिली, क्योंकि इनके पिता भी पहलवान रह चुके हैं. बजरंग ने महज सात साल की उम्र में कुश्ती शुरू कर दी थी, जिसमें उन्हें अपने पिता का पूरा सहयोग मिला. बजरंग के सपने को साकार करने के लिए उनके पिता बस का किराया बचाकर साइकिल से अपने काम पर जाते थे. साल 2015 में बजरंग का परिवार सोनीपत में शिफ्ट हो गया, ताकि वह भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सेंटर में ट्रेनिंग कर सकें.
बजरंग पुनिया की मेहनत उस समय रंग लाई ,जब उन्होंने 2013 में दिल्ली में हुए एशियन रेसलिंग चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता. इसके बाद में बजरंग ने बुडापेस्ट में हुई विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के 60 किलो भारवर्ग वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया. फिर बजरंग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2014 के राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीता. उसी साल बजरंग एशियन रेसलिंग चैम्पियनशिप में भी रजत पदक जीतने में कामयाब रहे थे.