इनकम टैक्स छापे की आंच दिल्ली पहुंची : रणदीप सूरजेवाला का बड़ा हमला- नान घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश…..CBI, ED, IT को गठबंधन सहयोगी बनाने वाली मोदी सरकार ने अब CRPF को भी अपना गठबंधन सहयोगी बनाया… ईमानदार सरकार और ईमानदार मुख्यमंत्री को परेशान करने की कोशिश
रायपुर 1 मार्च 2020। छत्तीसगढ़ में पिछले 72 घंटे से इनकम टैक्स विभाग के ताबड़तोड़ छापे पड़े हैं। छापे पर प्रदेश में गरमायी सियासत की आंच अब दिल्ली तक पहुंची गयी है। आज दिल्ली में AICC ने इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस कर मौजूदा केंद्र की मोदी सरकार और पूर्ववर्ती रमन सरकार पर जमकर निशाने पर लिया।
एआईसीसी के मीडिया विभाग के चेयरमैन रणदीप सूरजेवाला ने इस मामले के तार नान घोटाले से जोड़े हैं। सुरजेवाला ने कहा है कि प्रदेश में 36 हजार करोड़ के नान घोटाले की जांच को प्रभावित करने और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए इस तरह का कृत्य भाजपा सरकार ने किया है। प्रभारी पीएल पुनिया के साथ रणदीप सुरजेवाला की प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि
36 हजार करोड़ के नान घोटाले का पैसा नागपुर भेजा जा रहा था…भाजपा कार्यालयों में जा रहा था…भ्रष्टाचार का पैसा भाजपा के दिल्ली नेताओं तक भी आता था, पूरा प्रांत लूटा गया। पहली बार देश में हुआ पनामा पेपर में पूर्व मुख्यमंत्री और उनके बेटे पूर्व सांसद अभिषेक सिंह का नाम आया। पिता का नाम था. पता भी था, लेकिन मोदी जी ने जांच नहीं की… क्योंकि ईडी, सीबीआई और ईआरआई मोदीजी की गठबंधन सहयोगी है। और अब दंगा और सीमा पर सुरक्षा करने के लिए जिस फोर्स को उतारा जाता उसे भी जबरन गठबंधन सहयोगी मोदी जी ने बना लिया है”
रणदीप सूरजेवाला ने मोदी सरकार पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी सरकार का श्लोगन हो गया है…”अबकी बार..हिटलर वाली सरकार”…. “अबकी बार…भ्रष्टाचारियों को बचाओ यार” सूरजेवाला ने कहा कि …
“चार दिन से प्रदेश में छापेमारी चल रही है…. केंद्रीय सरकार की एजेंसियां दो तिहारी बहुमत से चुनी हुई सरकार के प्रदेश में छापेमारी कर रही है। मोदी जी कहा करते थे संघीय सहयोगी, लेकिन जिस तरह की कार्रवाई की गयी, लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी गयी, सरकार को विश्वास में नहीं लिया गया,…ये संघीय सहयोग नहीं, केंद्रीय जबरदस्ती है । एक ईमानदार मुख्यमंत्री और एक ईमानदार सरकार को परेशान करने की कोशिश है, कांग्रेस का कर्जा माफ करती है, किसानों को उचित दर किसानों को देती है तो केंद सरकार ये पचा नहीं पाती और फिर इस तरह का कृत्य करती है”
छापे में सीआरपीएफ के इस्तेमाल पर भी सूरजेवाला ने गृह विभाग को आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स के साथ-साथ सीआरपीएफ को गठबंधन सहयोगी बना लिया।
“प्रदेश नक्सल प्रभावित है। वहां कई दफा सीआरपीएफ की वर्दी पहनकर नक्सली हादसा कर चुके हैं, कहीं अगर छत्तीसगढ़ में फिर से ये हादसा हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।सीआरपीएफ को किसी राज्य में जबरदस्ती किसी दूसरे राज्य में भेजना इससे बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता। छत्तीसगढ़ के संसाधन को अपने चहेते उद्योगपतियों को लुटाया है। भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की चाल है… भ्रष्टाचार के तार अगर नागपुर और भाजपा हेडक्वार्टर से जुड़े हैं तो उसका पर्दाफाश जरूर होगा”
प्रभारी पीएल पुनिया ने भी भाजपा पर जमकर वार किया…उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक हार को भाजपा पचा नहीं पा रही है। प्रदेश में तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनी है, पंचायत और निकाय चुनाव में भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया है। प्रदेश की सरकार को गिरा नहीं सकते, खरीद-फरोख्त की उनकी कोशिश नाकाम रहती, इसलिए छापे के जरिये अस्थिर करने की कोशिश हो रही है।
पुनिया ने कहा ये दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई है। राज्य की एक ईमानदार सरकार और एक ईमानदार मुख्यमंत्री को परेशान करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर छापे में कुछ मिला है तो उसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। जब तक छापा होता रहा तब तक लोकल पुलिस को कुछ नहीं बताया गया सरकार को नहीं बताया गया और अब जब टीम वापस आ रही है तो भी कुछ नहीं बताया गया।